सुलतानपुर: लखनऊ-वाराणसी रेल खंड पर 52 से अधिक दौड़ रही रेलगाड़ियों के मुसाफिरों को आकस्मिक स्थिति में अब निजी अस्पतालों का सहारा नहीं लेना होगा. इसके लिए रेल प्रशासन ने रेलवे हॉस्पिटल में मरीजों के लिए तीन आकस्मिक बेडों की शुरुआत कर दी है. इससे स्टेशन पर दो हजार से अधिक तैनात रेल कर्मचारियों को भी बड़ी सहूलियत मिलेगी और गंभीर स्थिति में रेलवे हॉस्पिटल में ही उनका इलाज किया जा सकेगा.
सुलतानपुर जंक्शन के रेलवे हॉस्पिटल में अभी तक ओपीडी सुविधा ही चलती चली आ रही है. इसी वजह से यात्री प्राथमिक उपचार और दवाएं लेकर बड़े हॉस्पिटलों की ओर रुख कर देते हैं. यही स्थिति कमोबेश रेल कर्मचारियों की भी देखी जा रही थी, जहां रेल कर्मियों को वाराणसी, इलाहाबाद, लखनऊ और फैजाबाद गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए जाना पड़ता था. वहीं अब मरीजों के लिए तीन आकस्मिक बेडों की शुरुआत कर दी गई है, जिसके बाद यात्रियों और रेल कर्मियों को इलाज के लिए बाहर का रुख नहीं करना पड़ेगा.