सुलतानपुरः नन्हे-मुन्ने बच्चों को भीख मांगने के पेशे में खेलते हुए उनका जीवन अंधकार में धकेला जा रहा है. ऐसे संवेदनहीन अभिभावकों पर कार्रवाई की मांग उठाते हुए आम आदमी पार्टी ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. सोमवार को दिए गए ज्ञापन के जरिए इन बच्चों के भविष्य को संवारने की मांग उठाई गई है. पूरे मामले को प्रशासनिक अधिकारी ने संज्ञान में लिया है.
ज्ञापन के जरिए उठाई भविष्य संवारने की मांग. नौनिहालों का जीवन बचाने की गुहार
शहर के चाय रेस्टोरेंट की दुकानें हो या कारोबारियों के प्रतिष्ठान या फिर सार्वजनिक नागरिकों के आवास हर जगह नन्हे-मुन्ने भिखारियों की कतार देखी जा रही है. सरकारी प्रतिष्ठानों में भी बच्चे दिनभर भूख मिटाने का हवाला देते हुए पैसे मांगते हुए देखे जाते हैं.
400 से 500 बच्चे मांग रहे भिक्षा: जिलाध्यक्ष
आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष रविंद्र तिवारी का कहना है कि जिलाधिकारी को ज्ञापन देने आए हैं. सुलतानपुर नगर क्षेत्र में 400 से 500 नौनिहाल घूमते रहते हैं. जिनकी उम्र पढ़ने-लिखने की है वह भिक्षा मांग रहे हैं. कई अभिभावक ऐसे हैं जो इन बच्चों को अपने पेशे के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. इस पर प्रभावी अंकुश लगना चाहिए और आवश्यक कार्रवाई होनी चाहिए.
कागजी खानापूर्ति कर रहा विभाग
कलेक्ट्रेट के सामने विकास भवन कार्यालय और अगल-बगल के परिसर के बाहर नन्हे-मुन्ने बच्चों की फौज देखी जाती है. बच्चे सुबह से ही कटोरा हाथ में लेकर भीख मांगते नजर आते हैं. ऐसे में श्रम विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं कि वह किस तरीके से नन्हे-मुन्ने बच्चों के संरक्षण का कागजी दावा कर रहे हैं.