सुलतानपुर : जिले में एक पिता ने अपने बेटे के मृत शरीर को 19 दिनों से डीप फ्रीजर में रखा हुआ है. रिटायर्ड फौजी पिता ने न्याय मिलने तक शव का अंतिम संस्कार न करने का निर्णय लिया है. हत्या की आशंका जताते हुए शव का दोबारा पोस्टमार्टम करवाने की मांग की है.
मृतक के पिता रिटायर्ड फौजी शिव प्रसाद ने न्याय की गुहार लगाते हुए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक तक बेटे की मौत की जांच और दोबारा पोस्टमार्टम की गुहार लगाई लेकिन किसी अधिकारी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. सभी इस मामले में अपना पल्ला झाड़ते दिखे.
उधर, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से निराश होने के बाद पीड़ित परिवार शनिवार को सांसद मेनका गांधी से न्याय मांगने पहुंचा. सांसद ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. इस प्रकरण को सांसद मेनका गांधी ने संज्ञान में लिया.
यहां आयोजित बीजेपी कोर कमेटी की बैठक के बाद उन्होंने कहा कि प्रकरण गंभीर है. उन्होंने जिलाधिकारी सुल्तानपुर से वार्ता की है. उन्हें निर्देश दिया है कि वह एसीपी दिल्ली से बात करें. पोस्टमार्टम कराकर पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा.
मामला जिले के कूरेभार थाना क्षेत्र के सरैया मझौवा गांव का है. यहां के रिटायर्ड फौजी शिव प्रसाद पाठक का बड़ा बेटा शिवांक पाठक दिल्ली में वर्ष 2012 से एक कॉल सेंटर में नौकरी करता था. उसी वर्ष 24 अप्रैल को एक व्यक्ति के साथ मिलकर कंपनी खोल ली. कंपनी के पार्टनर ने दिल्ली की एक युवती गुरमीत कौर को एचआर बना लिया. युवती और शिवांक के बीच दोस्ती हो गई और यह दोस्ती प्यार में बदल गई.
वर्ष 2013 में शिवांक ने उसी युवती से शादी भी कर ली. आरोप है कि कंपनी को मुनाफा होने पर पत्नी गुरमीत ने शिवांक पर अपने पिता व भाई को पार्टनर बनाने का दबाव बनाया. दबाव में आकर शिवांक ने दो फ्लैट पत्नी के नाम कर दिए. एक कीमती कार व 85 लाख रुपये के आभूषण भी पत्नी को दे दिए. इसी बीच बीते एक अगस्त को शिवांक की मौत की खबर परिजनों को मिली.
परिजनों का कहना है कि 19 जुलाई को शिवांक ने सुलतानपुर में रहने वाले अपने छोटे भाई इशांक को काॅल कर खुद के हत्या की आशंका जताई थी. एक अगस्त को शिवांक की संदिग्ध परिस्थितियों में दिल्ली में मौत हो गई. शिवांक के पिता शिव प्रसाद ने बताया कि मौत की सूचना उन्हें दामाद से मिली तो वे छोटे बेटे के साथ दिल्ली पहुंचे.