सुलतानपुर:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बावजूद भ्रष्टाचार का घुन सरकारी गेहूं खरीद व्यवस्था में भी पहुंच चुका है. आटा चक्की में संदिग्ध रूप में मिले 128 बोरी सरकारी गेहूं को सीज कर दिया गया है. पूरी रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को भेजी जा रही है. मामला सुलतानपुर जिला मुख्यालय से सटे दुबेपुर ब्लॉक अंतर्गत दुबेपुर ग्राम पंचायत से जुड़ा हुआ है.
दरअसल, दुबेपुर ब्लॉक के दुबेपुर गांव में एक आटा चक्की के स्पेलर में व्यक्ति का हाथ कट गया. इसी बीच जब स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे तो सरकारी गेहूं के 128 बोरी देखकर नागरिक हैरान हो गए. इसके बाद मंगलवार की देर शाम इसकी सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई. एसडीएम सदर रामजी लाल, पूर्ति निरीक्षक और विपणन निरीक्षक के साथ मौके पर पहुंच गए. जांच-पड़ताल में पाया गया कि यह गेहूं अखंड नगर ब्लॉक अंतर्गत उमरी साधन सहकारी समिति का है, जो किसानों से खरीदा गया था और भारतीय खाद्य निगम को भेजा गया था.
इसे भी पढ़ें:मेनका गांधी सौंदर्यीकरण योजना की लेटलतीफी पर वन निगम तलब, एसई को अल्टीमेटम
एफसीआई की जांच में फेल हुई थी लाट
जांच में भारतीय खाद्य निगम की तरफ से लाट फेल किए जाने के बाद गेहूं छिपा दिया गया था. मामले में 64 क्विंटल गेहूं के स्टाक को सीज कर दिया गया है. जिलाधिकारी रवीश गुप्ता को जांच रिपोर्ट भेजी जा रही है. रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. गेहूं खरीद में धांधली के मामले ने विभाग में हड़कंप मचा दिया है. वैसे भी सहकारी समिति पहले भी भ्रष्टाचार के घेरे में आ चुकी है.
दुबेपुर में घेराऊ पुत्र राजाराम की धान दराई और आटा चक्की की मशीन है, जहां पर किसी व्यक्ति का हाथ कट गया था. इस दौरान कुछ पत्रकारों द्वारा सूचना दी गई थी कि यहां पर सरकारी गेहूं संदिग्ध रूप से रखा गया है . जांच करने पर पाया गया कि 128 बोरी गेहूं सरकारी खरीद का रखा गया है. स्टॉक सीज कर दिया गया है. जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है. अग्रिम कार्रवाई जल्द सुनिश्चित की जाएगी.
-रामजी लाल, उपजिलाधिकारी, सदर