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सोनभद्र: अभिभावकों के खातों में जाएगी मिड डे मील की धनराशि

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Published : Jun 22, 2020, 11:26 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

मिड-डे-मील के तहत खर्च होने वाले खाद्यान्न व कन्वर्जन कास्ट की धनराशि को बच्चों को उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार का आदेश है. इसी क्रम में सोनभद्र जिले में बच्चों और अभिभावकों के डाटा कलेक्ट किए जा चुके हैं.

बच्चों को कन्वर्जन कास्ट दे रही योगी सरकार
अभिभावकों के खातों में जाएगी मिड डे मील की धनराशि

सोनभद्र:लॉकडाउन के दौरान स्कूल न खुलने के कारण बच्चों को मिड डे मील के तहत भोजन नहीं उपलब्ध कराया गया. उत्तर प्रदेश शासन ने निर्णय लिया है कि जितने दिन परिषदीय विद्यालयों में छुट्टी रही है, उतने दिन में मिड-डे-मील के तहत खर्च होने वाले खाद्यान्न एवं कन्वर्जन कास्ट की धनराशि को बच्चों को उपलब्ध कराई जाए.

अभिभावकों के खातों में जाएगी मिड डे मील की धनराशि

बच्चों को दी जा रही धनराशि
लॉकडाउन के दौरान मिड-डे-मील की 76 दिनों की कन्वर्जन कास्ट की धनराशि को परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को दिए जाने का निर्णय लिया गया है. सोनभद्र के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों या उनके अभिभावकों का बैंक खाता लिया जा रहा है, जिससे उनके खातों में कन्वर्जन कास्ट की धनराशि डाली जा सके.

कलेक्ट किया जा रहा डाटा
जनपद में लगभग 75% से अधिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के डाटा कलेक्ट किए जा चुके हैं. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का मानना है कि 30 जून के पहले सभी बच्चों को कन्वर्जन कास्ट की धनराशि भेज दी जाएगी. वहीं सरकार की तरफ से कन्वर्जन कास्ट की प्रथम किश्त भी आ चुकी है, जिसको एमडीएम के खातों में ट्रांसफर किया जा रहा है.

76 दिनों की मिलेगी राशि
जनपद में कुल 2,458 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं. जिनमें 2 लाख 61 हजार छात्र एवं छात्राएं 25 मार्च तक नामांकित थे. इन बच्चों को 25 मार्च से लेकर 30 जून यानी कुल 76 दिन की मिड-डे-मील की प्रतिपूर्ति जा रही है. इनमें प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों व छात्राओं को 374 रुपये और 7.6 किलोग्राम खाद्यान्न व उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र व छात्राओं को 561 रुपये और 11.4 किलोग्राम खाद्यान्न की दर से राशि दी जाएगी.

प्रथम किश्त आ चुकी
अभी तक प्रदेश सरकार की तरफ से एक लाख 97 करोड़ की धनराशि प्रथम किश्त के रूप में भेजी जा चुकी है. जो कि बच्चों या उनके अभिभावकों के खातों में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर की जाएगी. वहीं बच्चों को मिलने वाले खाद्यान्न स्थानीय कोटेदारों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

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