सोनभद्रः जिले में तलाक को लेकर पंचायत का एक अजीबोगरीब और तुगलकी फैसला सामने आया है. फैसले के अनुसार, पति ने पत्नी की मांग का सिंदूर धाेकर तलाक दे दिया. मामला सोनभद्र जिले के रायपुर थाना क्षेत्र के गोटीबांध गांव का है. बताया जा रहा है कि महिला ने अपने पति के अवैध संबंध के चलते उससे अलग होने का फैसला लिया, उसने अपनी तीन में से दो संतानों को भी पति को सौंप दिया. वहीं दूसरी तरफ मांग का सिंदूर धोने वाले पति का कहना है कि जब वह अपनी पत्नी को लेकर उसके मायके आया तो मायके वाले और पंचायत के दबाव के चलते उसे यह सब करना पड़ा.
रायपुर थाना क्षेत्र के गोटीबांध गांव निवासी मीना (40) पुत्री श्रृंगार गिरी का विवाह करीब 25 वर्ष पहले ग्राम धर्मदासपुर थाना पन्नूगंज निवासी संतोष पुत्र भोलागिरी से हुआ था. दोनों की तीन संतान हैं, जिसमें दो बेटियां और एक बेटा है. बीते करीब एक वर्ष से दोनों में किसी बात को लेकर अनबन चल रही थी कि इसी बीच अचानक मीना ने संतोष से तलाक लेने का फैसला कर लिया. फैसले के बाद संतोष और उसके परिजनों को धर्मदासपुर से गोटीबांध बुलवाया गया.
ग्रामीणों के अनुसार गुरुवार को गांव में ही बने शंकर जी के मंदिर के चबूतरे पर ग्राम प्रधान के साथ ही करीब दर्जनों ग्रामीणों के समक्ष पति ने पत्नी का सिंदूर लोटे के जल में तुलसीदल डालकर धोया गया, जिसके बाद दोनों का तलाक हो गया. तलाक लेने वाली महिला का आरोप है कि पति के अवैध संबंध के चलते उसने पंचायत की मदद से तलाक ले लिया. वहीं मीना के पति संतोष का कहना है कि उनके बीच मामूली विवाद था, लेकिन मायके वालों ने पंचायत की मदद से जबरन सिंदूर धुलवाकर तलाक करवा दिया.