सोनभद्र: जाको राखे साइयां, मार सके न कोई' की कहावत रविवार की देर शाम को सोनभद्र जनपद के अनपरा में चरितार्थ हो गई. जिले के अनपरा थाना क्षेत्र के रेनुसागर चौकी परिक्षेत्र के श्मशान घाट के समीप एक अधेड़ नवजात को जिंदा दफना रहा था, तभी बच्चे की रोने सुनकर आसपास के लोगों की नजर पड़ने से अधेड़ शिशु को छोड़कर फरार हो गया.
घटना के बाद आसपास के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने नवजात को कब्जे में लेकर अस्पताल में भर्ती कराया है. इस संबंध में एसपी ने बच्चे को दफनाए जाने की अफवाह से इनकार करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि लोकलाज के भय से कोई व्यक्ति उस बच्चे को सुनसान जगह में छोड़ कर चला गया. इस संबंध में जांच की जा रही है. इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
नवजात को जिंदा दफनाने की कोशिश. बच्चे को दफनाए जाने की सूचना पर पहुंची पुलिस
अनपरा थाना क्षेत्र के रेनुसागर मोड़ स्थित श्मशान घाट के समीप एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति एक नवजात जिंदा शिशु को जिन्दा दफनाने की तैयारी कर रहा था, तभी नवजात के रोने की आवाज सुन आसपास की रहने वाली मजदूर महिला सुनीता देवी की नजर पड़ गयी. जिसे अपने पास आते देख अधेड़ शिशु को छोड़कर फरार हो गया. जिसके बाद सुनीता ने तत्काल नवजात शिशु को गड्ढे से बाहर निकाल उसे साफ सुथरा किया. मामले की जानकारी होते ही बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. इस बीच पुलिस को भी सूचना दी गई. मौके पर पहुंचे अनपरा कोतवाल विजय प्रताप सिंह ने शिशु को तत्काल स्थानीय चिकित्सालय पहुंचाया.
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एसपी ने बच्चे को दफनाए जाने की घटना से किया इनकार
पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि नवजात की उम्र लगभग 15 दिन है और कोई अज्ञात व्यक्ति इसे सुनसान जगह पर गड्ढे में छोड़कर जा रहा था. तभी स्थानीय लोगों ने उसे देख लिया. मौके से कोई भी गड्ढा खोदने का उपकरण या अन्य सामान नहीं मिला है. क्योंकि बच्चे की दावेदारी करने कोई अब तक नहीं आया है. बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और जिले की बाल कल्याण समिति को सूचना दे दी गई है.