सोनभद्र: देश और प्रदेश में कोरोना के मामले भले ही बढ़ते जा रहे हों, लेकिन सोनभद्र में कोरोना का भय लोगों के दिलों में नहीं है. प्रदेश में कोरोना वायरस का आंकड़ा साढ़े चार लाख से अधिक पहुंच चुका है और पूरे देश में यह आंकड़ा और भी अधिक है. कोरोना के लगातार बढ़ते मामले को लेकर सरकार चिंतित है, लेकिन लोगों में कोरोना को लेकर लापरवाही का रवैया है. जिले के रोडवेज डिपो में न तो बसों के चालक-परिचालक और न ही यात्री कोरोना के मानकों का पालन कर रहे हैं. रोडवेज बसों के ड्राइवर और कंडक्टर मास्क तक नहीं लगा रहे हैं और न ही बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है.
सोनभद्र: बसों में सोशल डिस्टेंसिंग ध्वस्त, चालक-परिचालक भी नहीं कर रहे पालन - सोनभद्र की बसों में भीड़
कोरोना के लगातार बढ़ते मामले को लेकर सरकार भले ही चिंतित हो, लेकिन लोगों में डर नहीं है. सोनभद्र के रोडवेज डिपो में बस चालक, परिचालक सहित यात्री भी कोरोना के मानकों का पालन नहीं कर रहे हैं.
रोडवेज डिपो की बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है. चालक और परिचालक भी मास्क लगाकर बसों का संचालन नहीं कर रहे हैं. जब इस मामले पर रोडवेज डिपो के इंचार्ज आरके सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शासन से स्पष्ट निर्देश है कि रोडवेज बसों के चालक और परिचालक मास्क लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का भी यात्रियों को पालन कराया जाए. इसके लिए कर्मचारियों की काउंसलिंग की जा रही है. हालांकि सैनिटाइजेशन के लिए बसों की रोजाना धुलाई की जाती है और उन्हें साफ-सुथरा रखा जाता है. इसके साथ ही हम यात्रियों से भी मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील करते हैं.
आम लोगों में कोरोना संक्रमण का भय अब नहीं दिखाई दे रहा है. स्थिति अगर यही रही तो कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ भी सकता है. सरकार द्वारा दी गई छूट का लोग बेजा फायदा उठा रहे हैं, जो भविष्य में उनके लिए घातक भी साबित हो सकता है. अगर सख्ती से शासन-प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस से बचाव के नियमों का पालन नहीं कराया गया तो भविष्य में गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं.