सोनभद्रः किसानों और आदिवासियों की समस्या को लेकर जिले में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस द्वारा कलेक्ट्रेट में नहीं घुसने देने पर कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और धरने पर बैठ गए. कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए कहा कि किसानों को धान में बेचने में परेशानी आ रही है, लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. जिलाधिकारी के न आने पर कांग्रेसियों ने कलेक्ट्रेट के गेट पर ही ज्ञापन चस्पा कर दिया.
कलेक्ट्रेट गेट के सामने धरने पर बैठे कांग्रेसी कार्यकर्ता
किसानों और आदिवासियों की समस्या को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ता गुरुवार को प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे. यहां पहुंचकर उन्होंने सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ता जिलाधिकारी को ज्ञापन देने के लिए कलेक्ट्रेट के अंदर जाने की तैयारी में थे, तभी पुलिस ने गेट बंद कर दिया. इसको लेकर कांग्रेसी आक्रोशित हो गए और कलेक्ट्रेट के गेट पर ही धरने पर बैठ गए.
डीएम के ज्ञापन लेने न आने पर भड़के कांग्रेसी
कलेक्ट्रेट का गेट बंद कर देने से भड़के कांग्रेसी डीएम को बुलाने की जिद पर अड़ गए और प्रदर्शन करने लगे. कांग्रेसियों के धरना प्रदर्शन को देखकर सदर एसडीएम कृपाशंकर पांडे उनके पास पहुंचे और ज्ञापन देने की गुजारिश की, लेकिन कांग्रेसियों ने जिलाधिकारी को गेट पर बुलाने की मांग की. काफी देर तक चले प्रदर्शन के बाद जब जिलाधिकारी एस राजलिंगम गेट पर ज्ञापन लेने नहीं पहुंचे तो कांग्रेसियों ने ज्ञापन कलेक्ट्रेट के गेट की दीवार पर ही चिपका दिया और लौट गए. कांग्रेसियों ने प्रशासन पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया है.
धान क्रय केंद्रों पर हो रही घटतौली
कांग्रेस कार्यकर्ता धान खरीद में किसानों को आ रही परेशानियों को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे. कार्यकर्ताओं का कहना था कि धान क्रय केंद्रों पर घटतौली हो रही है. किसानों को फसल का कम मूल्य मिल रहा है. वहीं दूसरी तरफ कुछ किसानों का बकाया आज तक नहीं मिल पाया है. किसानों के धान को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने की गारंटी दी जाए और जिन जगहों पर क्रय केंद्र नहीं खुले हैं वहां तत्काल केंद्र खोले जाएं. वहीं जिले के चोपन ब्लाक के अगोरी क्षेत्र में वन विभाग द्वारा आदिवासियों का घर गिराने की नोटिस को लेकर कांग्रेसियों ने आपत्ति जताई और इस फैसले को तत्काल रद्द करने की मांग जिलाधिकारी से की.