सोनभद्र : जिले में सौभाग्य योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है. इस योजना के तहत जिन गांवों या मजरों में बिजली की व्यवस्था नहीं हो सकी थी, वहां यूपी नेडा विभाग द्वारा सोलर पावर पैक वितरित किया गया था. जब बिजली विभाग द्वारा नेडा विभाग द्वारा संचालित इस योजना की जांच की गई तो इसमें करोड़ों का घोटाला सामने आया. जांच में पाया गया कि वर्ष 2018-19 और 2019-20 में इस योजना के तहत 763 ऐसे लोगों को भी सोलर लाइट दे दी गई, जिनके पास सौभाग्य योजना के तहत बिजली का कनेक्शन भी उपलब्ध था. अब नेडा विभाग इन अपात्रों के यहां से सोलर पैक हटाने की प्रक्रिया कर रहा है और इस संबंध में दो ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया है.
सौभाग्य योजना में बड़ा घोटाला. 763 अपात्रों के पास मिले सोलर पावर पैक
यूपी नेडा विभाग लखनऊ द्वारा कुल 28 हजार 687 सोलर पैक लगाने की अनुमति मिली थी, जिसमें से 25 हजार 687 की सप्लाई हुई और अब तक 20 हजार 530 सोलर पैक लगाए गए हैं. जब बिजली विभाग ने टीम बनाकर जांच की तो पाया गया कि 763 अपात्रों के यहां भी सोलर लाइट लगा दी गई है. सोलर लाइट ऐसे लोगों के यहां भी लगी हुई मिली, जिनके पास सौभाग्य योजना के तहत पहले से ही कनेक्शन उपलब्ध था. बता दें कि एक सोलर पैक की लागत लगभग 48 हजार रुपये है. इस योजना में गलत तरीके से 763 लोगों के यहां सोलर पैक लगाए गए और करोड़ों का घोटाला किया गया.
दो ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
नोएडा के परियोजना अधिकारी प्रेमशंकर सिंह ने बताया कि इस मामले में दो ठेकेदारों के खिलाफ सोनभद्र के बभनी थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है. इन ठेकेदारों ने स्थानीय अपात्र लोगों से रुपये लेकर उनके यहां सोलर लाइट पैक लगा दिए थे. उन्होंने बताया कि अपात्रों के यहां से अब सोलर पैक हटाने की प्रक्रिया चल रही है. इन सोलर पैक को हटाकर अब पात्रों के यहां इनका वितरण कराया जाएगा.