सोनभद्र: जिले के चोपन विकासखंड के सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय में एक लीटर दूध में पानी मिलाकर 81 बच्चों में बांटने का मामला सामने आया था. इस मामले में डीएम ने कार्रवाई करते हुए एक शिक्षक को सस्पेंड कर दिया, जबकि शिक्षामित्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है. सूबे के बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी से बातकर जांच करवाई गई. जांच में तीन स्तर पर गड़बड़ियां मिलीं. जांच के आधार पर कार्रवाई की गई है.
मीडिया से बात करते बेशिक शिक्षा मंत्री. सोनभद्र के प्रभारी मंत्री व यूपी के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉक्टर सतीश चंद्र द्विवेदी मिड-डे-मील मामले में मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि एक लीटर दूध में पानी मिलाकर बच्चों को बांटने का मामला संज्ञान में आया था. सही समय पर जिलाधिकारी द्वारा जांचकर कार्रवाई की गई है.
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उन्होंने कहा कि स्थाई शिक्षिकाओं को खंड शिक्षा अधिकारी ने एक साथ अवकाश दे दिया, जिसके कारण वहां कोई स्थाई शिक्षक नहीं था, जो शिक्षामित्र था वह चाहता था कि मिड-डे-मील की संचालन व्यवस्था वही करे. विभाग में ऐसा नियम नहीं है. स्थाई शिक्षक की देखरेख में मिड-डे-मील चलता है. इसलिए पास के स्कूल के अध्यापक को तब तक के लिए व्यवस्था सौंपी गई. जब तक कोई स्थाई शिक्षक नहीं था.
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बेसिक शिक्षा मंत्री का कहना है कि शिक्षामित्र ने लापरवाही के कारण जानबूझकर ऐसा किया, जिससे मिड-डे-मील की व्यवस्था उसको मिल जाए. शिक्षामित्र के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उसकी सेवा समाप्त कर दी गई है. उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दिया गया है. शिक्षक को लापरवाही निलंबित कर दिया गया है. खंड शिक्षा अधिकारी को एक साथ सभी स्थाई शिक्षकों को अवकाश पर नहीं भेजना चाहिए था. इस दायित्व में जो शिथिलता बरती है. उसके लिए उनके खिलाफ रिपोर्ट आ रही है.