सोनभद्र:पिपरी थाना क्षेत्र के रेणुकूट नगर पंचायत अध्यक्ष शिव प्रताप सिंह की 30 सितंबर को हुई हत्या का पुलिस ने गुरुवार को खुलासा किया. प्रेस वार्ता के दौरान एसपी ने बताया कि नगर पंचायत चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी और पूर्व चेयरमैन अनिल सिंह और राकेश मौर्या के बीच विवाद हुआ था, जिसको लेकर अनिल सिंह के भाई बृजेश सिंह और जमुना सिंह ने शिव प्रताप सिंह के हत्या की साजिश रची और बिहार से शूटर बुलाकर हत्या कराई.
जानें पूरी घटना
सोनभद्र के पिपरी थाना क्षेत्र के रेणुकूट में 30 सितंबर की रात अज्ञात बाइक सवारों ने नगर पंचायत अध्यक्ष शिव प्रताप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना के बाद लोगों ने घायल चेयरमैन को हिंडाल्को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया था और बाद में उन्हें वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया था. इलाज के दौरान वाराणसी ट्रामा सेंटर में शिव प्रताप सिंह की मौत हो गई थी.
समर्थकों ने किया था सड़क जाम
शिव प्रताप सिंह की मौत के बाद समर्थकों ने 1 अक्टूबर को नेशनल हाईवे-75 को जाम कर दिया. परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने रेणुकूट नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अनिल सिंह और उनके दो भाइयों सहित कुल सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. इस हत्या के आरोप में रेणुकूट नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता अनिल सिंह, राकेश सिंह, विजय सिंह, जमुना सिंह, राकेश मौर्या और दो अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया था. इसमें 3 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था.
क्यों रची गई हत्या की साजिश
रेणुकूट नगर पंचायत के लिए साल 2017 में हुए अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान दोनों पक्षों के बीच कड़ी प्रतिद्वंदिता थी. चुनावी रंजिश को लेकर गिरफ्तार अभियुक्त की ओर से बिहार प्रांत से पेशेवर अपराधियों को पैसा देकर बुलाया गया और उनके द्वारा वर्तमान चेयरमैन की हत्या करने के लिए जमुना सिंह और बृजेश सिंह द्वारा समस्त संसाधन और नगद 25 हजार रूपये उपलब्ध कराए गए. इस घटना को अंजाम देने के लिए जमुना सिंह ने 7 सितंबर को ही बिहार से शूटरों को बुलाकर घटनास्थल की रेकी कराई थी. सभी शूटरों ने 29 सितंबर को रेकी कर गिरफ्तार अभियुक्तों की मदद से वर्तमान नगर पंचायत शिव प्रताप सिंह की असलहे से हत्या कर दी. इस घटना में शामिल चारों शूटर पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं