सोनभद्र:प्रदेश सरकार ने बीती 23 सितंबर को सरकारी अस्पतालों में ओपीडी शुरू करने का आदेश जारी कर दिया है. लेकिन सोनभद्र के जिला अस्पताल में प्रदेश सरकार के आदेश को ठेंगा दिखाया जा रहा है. ओपीडी का संचालन बंद होने से अस्पताल की इमरजेंसी में भीड़ बढ़ गई है. और तो और मरीजों को दवाएं तक जिला अस्पताल से नहीं मिल रही हैं. जिससे जिला अस्पताल इलाज के लिए आने वाले मरीजों की परेशानी बढ़ गई है.
सोनभद्र: योगी सरकार के आदेश के बाद भी जिला अस्पताल में ओपीडी बंद
सोनभद्र के जिला अस्पताल में प्रदेश सरकार के आदेश को ठेंगा दिखाया जा रहा है. सरकार के आदेश के बाद भी अभी तक यहां ओपीडी का संचालन शुरू नहीं किया जा सका है. इससे जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भीड़ बढ़ गई है.
वहीं जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का कहना है कि जिन डॉक्टरों को ओपीडी में बैठना है उनकी ड्यूटी पहले से ही कोविड अस्पताल में लगी हुई है. इसलिए डॉक्टर ओपीडी अटेंड नहीं कर रहे हैं, लेकिन जिला अस्पताल के स्टोर से दवाओं का वितरण हो रहा है.
कोरोना का एल-2 अस्पताल बन रहा है ओपीडी शुरू करने में बाधा
जिला अस्पताल के सीएमएस का कहा कि बीती 23 सितंबर को ही ओपीडी शुरू करने का शासनादेश आया था. लेकिन, जिन डॉक्टरों को ओपीडी में बैठना है, उनकी ड्यूटी कोरोना के एल-2 अस्पताल में लगी है. इसलिए डॉक्टर ओपीडी अटेंड नहीं कर रहे हैं. हालांकि सीएमएस प्रेम बहादुर गौतम ने दावा किया की सर्जरी की ओपीडी चल रही है. जब उनसे जिला अस्पताल में दवाओं का वितरण ना होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह सही नहीं है जिला अस्पताल के स्टोर से दवाओं का वितरण हो रहा है. लेकिन, हकीकत यह है कि जिला अस्पताल में ओपीडी संचालित न होने से मरीजों को परेशानी हो रही है और दवाएं भी उन्हें बाहर से ही लेनी पड़ रही है.
जिला अस्पताल प्रशासन ने चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी कोविड-19 अस्पताल में लगाने की बात कह कर ओपीडी संचालन करने से हाथ खड़ा कर दिया गया है. बताया जाता है कि इसके पीछे यह भी कारण है कि अन्य जिलों में कोविड-19 के एल-2 हॉस्पिटल का संचालन मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के अधीन होता. लेकिन, सोनभद्र में एल-1 और एल-2 अस्पताल चलाने की जिम्मेदारी जिला अस्पताल प्रशासन को सौंप दी गई है. इस वजह से भी ओपीडी संचालन में समस्याएं आ रही हैं लेकिन वास्तविकता यह है कि सरकार के आदेश के बावजूद भी जिले में एक माह बीत जाने के बावजूद भी ओपीडी का संचालन नहीं हो पा रहा है और आम लोग दर-दर भटक रहे हैं.