सोनभद्रः सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट सोनभद्र मेडिकल कॉलेज के भूमि अधिग्रहण में जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल मेडिकल कॉलेज के लिए सदर तहसील के रौप गांव में भूमि का बैनामा किया गया था.
तहसील प्रशासन ने पहले से बैनामा हुई जमीन को मेडिकल कॉलेज के लिए दोबारा बैनामा करा दिया, जिसकी शिकायत के बाद हरकत में आए जिला प्रशासन ने लेखपाल को निलंबित कर जांच बैठा दी. हालांकि बाद में सुधार करते हुए जमीन के पात्र व्यक्ति से दोबारा बैनामा कराकर दोषी बैनामदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
सोनभद्र मेडिकल कॉलेज के भूमि अधिग्रहण में जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही. मेडिकल कॉलेज के भूमि अधिग्रहण में जिला प्रशासन की लापरवाही
जिले के मेडिकल कॉलेज की भूमि अधिग्रहण में जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल तहसील प्रशासन बैनामा हुई जमीन को मेडिकल कॉलेज के लिए दोबारा बैनामा करा दिया. मामले की शिकायत के बाद जिला प्रशासन ने लेखपाल को ही निलंबित कर जांच बैठा दी.
पहले से ही बैनामा जमीन का दोबारा बैनामा
इस मामले पर सदर एसडीएम यमुनाधर चौहान ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए यहां पर जमीन दी गई है, जिसमें कुछ जमीन ग्राम सभा की थी और कुछ जमीन अतिरिक्त भूमिधरों से क्रय की गई थी. इसी क्रय के दौरान एक प्रकरण ऐसा सामने आया, जिसमें जो जमीन पहले से ही बैनामा हो चुकी थी. बाद में उसी जमीन का दोबारा से बैनामा किया गया.
मामला संज्ञान में आने के बाद संबंधित व्यक्ति को बुलाकर दोबारा बैनामा करा लिया गया. मामले में प्रथम दृष्टया में लेखपाल को दोषी पाया गया है. लेखपाल को मामला संज्ञान में लाना चाहिए था, लेकिन उसके स्तर पर चूक हो गई. उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जा रही है और साथ ही विक्रेता के विरुद्ध भी एफआईआर दर्ज कराकर कारवाई की जा रही है.
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