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सोनभद्र में 3 हजार टन से अधिक सोना मिलने का जीएसआई ने किया खंडन - जीएसआई का खंडन

यूपी के सोनभद्र में करीब 3 हजार टन से अधिक सोना मिलने की खबर का जीएसआई ने खंडन किया है. उनका कहना है कि जीएसआई ने ऐसा किसी भी प्रकार का सर्वे नहीं किया है.

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सोनभद्र में सोना मिलने पर जीएसआई की प्रतिक्रिया.

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Published : Feb 22, 2020, 11:23 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: 3000 टन से अधिक सोना मिलने को लेकर सोनभद्र इस समय देश और दुनिया में सुर्खियों में बना हुआ है. वहीं जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया ने इस पर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है. जीएसआई का कहना है कि सोनभद्र में मीडिया रिपोर्ट में एक मामला सामने आया था कि 3350 टन गोल्ड सोन पहाड़ी और हरदी मैदान में है. साथ ही यह बताया गया था कि यह राज्य भूवैज्ञानिक और खनन की तरफ से जानकारी मिली है. इसके विषय में सफाई देते हुए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा है कि इस विषय में जीएसआई ऐसा किसी भी प्रकार का सर्वे नहीं किया हुआ है.

सोनभद्र में सोना मिलने पर जीएसआई की प्रतिक्रिया.

विशाल भंडार का नहीं लगाया जा सकता अनुमान
इस संबंध में पत्र जारी करते हुए जीएसआई के निदेशक एवं जनसंपर्क अधिकारी आशीष कुमार नाथ का कहना है कि जीएसआई की तरफ से कई बार सोने के लिए सर्वे किया गया, लेकिन सोनभद्र जिले में इस तरह के सोने के विशाल भंडार का अनुमान नहीं लगाया गया है.

जीएसआई ने जारी की प्रेस विज्ञप्ति.

सोनभद्र की खदान में मिल सकता है 160 किलो तक सोना
जीएसआई के डायरेक्टर का कहना है कि सोनभद्र में सिर्फ 52806.25 अयस्क होने की बात कही गई है न कि सोना की. सोनभद्र में मिले अयस्क से सिर्फ 3.03 ग्राम प्रति टन सोना निकल सकता है. जिसे अगर जोड़ा जाए तो सोनभद्र की खदान से सिर्फ 160 किलोग्राम सोना मिल सकता है न कि 3350 जैसा कि मीडिया में मेंशन किया गया है.

यह भी पढ़ें-सोनभद्र में सोना की खुदाई के लिए नीलामी की जल्द शुरू होगी प्रक्रिया: खनिज निदेशक

संस्था ने जारी की प्रेस रिलीज
इस संबंध में शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए लखनऊ जीएसआई के डायरेक्टर डॉ. जी एस तिवारी ने प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि विभिन्न राष्ट्रीय समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण का उल्लेख करते हुए जनपद सोनभद्र में सोना तथा अन्य खनिज की रिसोर्स के बारे में मीडिया में खबरें चलीं. भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण का इस समाचार के प्रकाशन से कोई संबंध नहीं है. यह संस्था इस तरह के सनसनीखेज समाचार प्रकाशन से कोई संबंध नहीं रखती.

जीएसआई ने जारी की प्रेस विज्ञप्ति.

प्रकाशित समाचार में दर्शाए गए सोना की मात्रा भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के संगत नहीं है. भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण सोनभद्र उत्तर प्रदेश तथा अन्य खनिजों के अन्वेषण है. विगत कई वर्षों से कार्य कर रहा है तथा अन्वेषण का कार्य अभी भी जारी है.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

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