सोनभद्र: जन्मजात टेढ़े-मेढ़े पैर वाले बच्चों के इलाज की सुविधा अब जिला संयुक्त चिकित्सालय में भी उपलब्ध हो गई है. इस चिकित्सा पद्दति में जन्म से लेकर दो साल तक के बच्चों को शामिल किया गया है. इसके लिए फुट क्लब अभियान भी चलााया जा रहा है. इस नई शुरूआत से अब टेढ़े-मेढ़े पैर वाले बच्चों को इलाज के लिए हॉयर सेंटर नहीं जाना पड़ेगा और मामूली खर्च पर उनका यहीं इलाज हो सकेगा.
सीटीईवी से ग्रसित बच्चों को मिलेगी राहत
जन्म से टेढ़े-मेढ़े पैर वाले बच्चे सीटीईवी (कानमेंटल टेलियंस इक्वीनों वायरस) से ग्रसित होते है. इसके चलते ही पैर टेढ़े-मेढ़े हो जाते है और बच्चे अपने पैरों पर चल नहीं पाते हैं. इसलिए अब जिला संयुक्त चिकित्सालय में बकायदा इनका ऑपरेशन कर इस विकृति को दूर करने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.