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सोनभद्र: ई-पॉस मशीन से रुकेगी केरोसिन ऑयल की कालाबाजारी

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Published : Oct 14, 2019, 10:45 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र जिले में सरकार ने केरोसिन ऑयल के वितरण में कालाबाजारी को रोकने के लिये इसके वितरण में ई-पॉस मशीन अनिवार्य कर दी गयी है. अब फिंगरप्रिंट लगने के बाद ही लोंगों को केरोसिन आयल मिलेगा. वहीं एलपीजी और विद्युत कनेक्शन वालों को केरोसिन ऑयल नहीं उपलब्ध कराया जाएगा.

ई पॉस मशीन से रुकेगी केरोसिन ऑयल की कालाबाजारी

सोनभद्र: जनपद में अब मिट्टी का तेल ई-पॉस मशीन के माध्यम से वितरित किया जाएगा. शासन ने जनपद में एलपीजी और विद्युत कनेक्शन वालों को केरोसिन ऑयल नहीं उपलब्ध कराएगी. वहीं केरोसिन ऑयल के वितरण में कालाबाजारी को रोकने के लिये इसके वितरण में ई-पॉस मशीन अनिवार्य कर दी गयी है. अब फिंगरप्रिंट लगने के बाद ही लोंगों को केरोसिन आयल मिलेगा.

ई पॉस मशीन से रुकेगी केरोसिन ऑयल की कालाबाजारी
ई पॉस मशीन से रुकेगी केरोसिन ऑयल की कालाबाजारीजनपद सोनभद्र में भौगोलिक स्थिति समतल नहीं है यहां पर लगभग 52 प्रतिशत क्षेत्रफल में जंगल और पहाड़ी इलाका है, जिसकी वजह से विद्युत आपूर्ति में काफी ज्यादा दिक्कत होती है. वहीं कई इलाकों में कागजों पर विद्युत कनेक्शन तो हो गया है, लेकिन उनको बिजली उपलब्ध नहीं है. लगातार केरोसिन ऑयल की आपूर्ति कम होने से गरीब और आदिवासियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.जनपद में जुलाई से पहले 716 किलोलीटर केरोसिन ऑयल की आपूर्ति शासन की तरफ से मुहैया करायी जाती थी. वहीं जुलाई में यह घटाकर 514 किलोलीटर कर दी गयी. इस महीने इसकी आपूर्ति घटाकर 384 किलोलीटर कर दी गई. इससे पहले, पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को 2 लीटर और अंत्योदय कार्ड धारकों को 3 लीटर दिया जाता था, जबकि अब पात्र गृहस्थी को 1 लीटर और अंत्योदय को 3 लीटर दिया जाता है. जनपद में कुल 3,84,558 कार्ड धारक है जिनमे से 7558 अंत्योदय और 32400 हजार पात्र गृहस्थी है. जबकि जनपद में कुल 383 सरकारी वितरण की दुकान हैं.
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

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