उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

सोनभद्र को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग, भारतीय किसान संघ ने किया प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में शुक्रवार को भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों द्वारा सैकड़ों की संख्या में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के दौरान किसानों की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया.

भारतीय किसान संघ का प्रदर्शन.

By

Published : Aug 31, 2019, 8:57 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: एक तरफ केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों को अन्नदाता कह कर सम्मान देते हुए 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना' के माध्यम से लाभान्वित करने की बात कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ किसानों से खेती के समय बिजली बिल वसूली कराने का आदेश देकर कनेक्शन कटवाया जा रहा है, जिसको लेकर शुक्रवार भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष चंद्र भूषण पांडेय के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर किसानों द्वारा प्रदर्शन किया.

भारतीय किसान संघ का प्रदर्शन.

भारतीय किसान संघ ने प्रदर्शन के दौरान किसानों की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया. वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने जमकर नारेबाजी की और कहा कि 'किसान शक्ति जागेगी-सारी समस्या भागेगी', हम अपना अधिकार मांगते न की किसी से भीख मांगते, 'सस्ती बिजली, सस्ता पानी, मांग रही है आज किसानी'.

किसानों ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन-
प्रदर्शन के बाद किसानों द्वारा जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें विद्युत विभाग द्वारा असमय वसूली अभियान चला कर किसानों को प्रताड़ित करने की समस्याओं पर रोक लगाने की मांग की गई. किसानों के जले ट्रांसफार्मर को तत्काल लगाने की मांग के साथ-साथ जनपद को सूखाग्रस्त घोषित किए जाने की मांग की गई. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे किसान ने बताया कि केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना 'प्रधनमंत्री किसान सम्मान योजना' के तहत जनपद सोनभद्र के मात्र 30 प्रतिशत किसानों को ही लाभ मिल रहा है, शेष किसानों को उसका लाभ अभी तक नहीं मिल पाया है.

इसे भी पढ़ें:- 'किसानों के साथ बर्बरता बर्दाश्त नहीं, सरकार नहीं चेती तो भुगतेगी अंजाम'

किसान संघ अध्यक्ष का बयान-
इस दौरान किसान संघ जिलाध्यक्ष चंद्र भूषण पांडेय ने बताया कि जनपद में बारिश न होने के कारण सभी नदी, नाले और डैम खाली पड़े हुए हैं, जिसकी वजह से किसानों की खेती सूखने की कगार पर आ गई है. जनपद को तत्काल सूखाग्रस्त घोषित किया जाए. साथ ही सिंचाई के लिए सोन लिफ्ट से किसानों को पानी देने की व्यवस्था की जाए. इतना ही नहीं खेती के मध्य सरकार द्वारा किसानों की बिजली काटने का और वसूली का कार्य भी चलाया जा रहा है, जिससे किसान काफी परेशान हैं और किसानों का उत्पीड़ित हो रहा है, इसे भी रोका जाए.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details