सीतापुर: गोंदलामऊ क्षेत्र के बगुलापारा घाट पर पुल बनने की राह तक रहे ग्रामीणों को जब अधिकारी और जनप्रतिधियों से उम्मीद की आस टूट गई तो लोगों ने खुद ही लकड़ी का पुल बनाकर रास्ता सुगम कर लिया. इस पुल के बनने से पहले लोगों को तहसील मुख्यालय जाने के लिए 18 किमी का सफर तय करना पड़ता था.
अफसरों और सरकार ने नहीं सुनी तो ग्रामीणों ने खुद ही बना दिया लकड़ी का पुल
ग्रामीणों ने बिना किसी सरकारी मदद के ही नदी पर लकड़ी का पुल बनाकर अपने जीवन की राह आसान कर ली है. लोगों को अब तहसील मुख्यालय पहुंचने के लिए मात्र 7 किलोमीटर की दूरी तैय करनी पड़ती है.
सीतापुर जिले के बगुलापारा घाट पर ग्रामीणों ने कुछ दिन पूर्व ही आपसी सहयोग और श्रमदान से लकड़ी के पुल का निर्माण करके आपनी राह आसान कर ली. जिस पुल की बात हो रही है वह कुर्सी चांदपुर जाने वाले सम्पर्क मार्ग के निकट सराय नदी पर स्थित बगुलापारा घाट है. इस घाट पर पुल ना बनने से राहगीरों व वाहनों के लिए काफी मुसीबतों का समना करना पड़ता है. लोगों को तहसील मुख्यालय पहुंचने के लिए अब मात्र 7 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है.
इस घाट पर पुल का निर्माण विकास खण्ड गोंदलामऊ क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों के लिए राहत भरा साबित हो रहा है. ग्रामीणों की मानें तो ऐसी समस्याएं नेताओं को सिर्फ चुनाव के समय याद आती हैं और चुनाव जीतने के बाद कोई भी नेता या सांसद इस ओर ध्यान नहीं देता. लोगों ने कई अधिकारियों से इस समस्या से लिखित रूप में अवगत कराया, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ.