सीतापुर: आज करवा चौथ का पर्व है. हिन्दू समाज में इस पर्व का खास महत्व है. इस दिन सौभाग्यवती महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए पूरा दिन निर्जला व्रत रखती हैं और सायंकाल चंद्रमा निकलने पर उसका दर्शन-पूजन करने के बाद व्रत का पारण करती हैं. इस पर्व में पूजन के दौरान व्रती महिलाएं करवा में नया अन्न रखती हैं और उसमे सींक लगाकर उसका पूजन करती है.
जानें क्या है करवा चौथ पूजन में नए अन्न और सींकों का है विशेष महत्व - importance of new grains and sinks in karva chauth pujan
इस वर्ष करवा चौथ का व्रत बेहद खास है. 70 साल बाद करवा चौथ पर इस बार शुभ संयोग बन रहा है. इस बार रोहिणी नक्षत्र के साथ मंगल का योग होना करवा चौथ को अधिक मंगलकारी बना रहा है. ऐसे में जाने क्या है नए अन्न और सींकों का महत्व.
मिट्टी का करवा.
इस बारे में पुरोहित राकेश शास्त्री ने बताया कि श्री गणेश चतुर्थी के नाम से भी इस त्यौहार को जाना जाता है. इस पर्व पर महिलाएं प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश का नए अन्न से पूजन भोग लगाकर सुख समृद्धि की कामना करती हैं और जीवन की समस्त विघ्न बाधाओं को दूर करने के लिए सींक लगाकर करवा का पूजन करती हैं, ताकि उन दोनों के दाम्पत्य जीवन में हरियाली बनी रहे.
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