सीतापुर: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में द्वापरयुग का एक ऐसा शिवलिंग है, जो दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है. इस शिवलिंग की स्थापना नागवंशी राजा पद्मनाभ नाग ने कराई थी. सीता की नगरी सीतापुर में कई प्राचीन शिव मन्दिर हैं, जिनकी अपनी अलग-अलग विशेषताएं हैं. ऐसा ही एक शिव मंदिर जिले से 40 किलोमीटर दूर नगवां जैराम के दक्षिण में स्थित नागेश्वर महादेव मंदिर है. इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग दिन में तीन रंगों में परिवर्तित होता है. ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर का उल्लेख शिवपुराण में भी है.
तीन रंगों में देते हैं दर्शन
तीन रंगों में बदलता है शिवलिंग
इस मंदिर का जीर्णोद्धार बाजीराव पेशवा ने करवाया है. 1894 में नगवां जैराम गांव के जमींदार सभा सिंह ने मंदिर का भव्य रूप से निर्माण करवाया था. इस मंदिर में नंदीश्वर, झाड़ी बाबा, तुरंतीनाथ, साठी बाबा, मां दुर्गा आदि देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं. इस शिव मंदिर का शिवलिंग सुबह हल्के सफेद, दोपहर में नीले और शाम को काले रंग में परिवर्तित हो जाता है.
गांव पर है नागेश्वर महादेव की कृपा
मंदिर के पुजारी शिवमंगल गिरि ने बताया कि यह बहुत ही प्राचीन शिव मंदिर है. यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. वहीं नगवां जैराम गांव के प्रधान अमर सिंह ने बताया कि इस नागेश्वर महादेव मंदिर में बहुत दूर-दूर से लोग श्रद्धा के साथ पहुंचते हैं. यहां कई बार अदभुत लीला देखने को मिली है. नागेश्वर महादेव की कृपा से इस गांव में कभी भी आगजनी की घटना और ओलावृष्टि आदि प्राकृतिक आपदा नहीं आती है. इसलिए गांव के लोगों को इस इस मंदिर के प्रति बहुत श्रद्धा है.