सीतापुर: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद की की बिसवां विधानसभा सीट से विधायक रहे सपा के कद्दावर नेता रामपाल यादव का मंगलवार की सुबह निधन हो गया. उनके निधन का समाचार मिलते ही राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई. उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लग गया. वह पिछले काफी समय से रामपाल यादव गंभीर बीमारी से ग्रसित थे. उनका इलाज लखनऊ के मेदांता अस्पताल में चल रहा था, जहां आज उन्होंने इलाज के दौरान अंतिम सांस ली. इसके बाद उनका पार्थिव शरीर लखनऊ से बिसवां ले जाया जाएगा. अखिलेश यादव ने भी रामपाल यादव के निधन पर शोक जताया है.
रामपाल यादव को क्यों कहते थे मिनी अखिलेशःरामपाल यादव सपा के कद्दावर नेताओं में से एक थे. उनका रुतबा ऐसा था कि लोग उन्हें मिनी अखिलेश के नाम से संबोधित करने लगे थे. वह लगातार कई बार विधायक रहे, जिससे उनका कद पार्टी में और भी ऊंचा हो गया था. रामपाल यादव ने इस दौरान बेशुमार शोहरत हासिल करने के साथ ही तमाम संपत्तियां भी अपने नाम कर ली, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था.
रामपाल यादव का पार्टी से हुआ था निष्कासनःवर्ष 2015 के जिला पंचायत चुनाव के दौरान सपा समर्थित प्रत्याशी सीमा गुप्ता के विरोध में पूर्व विधायक ने अपने पुत्र जितेंद्र यादव को चुनाव लड़वाया था, जो पार्टी प्रमुख को नागवार गुजरा. जितेंद्र यादव की चुनावी वैतरणी पार लगाने के बाद उन्हें पार्टी के मुखिया के कोप भाजन का शिकार होना पड़ा. इसके बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. पार्टी से निष्कासन होने पर रामपाल के खिलाफ तमाम बड़ी कार्रवाईयां की गईं.