सीतापुर: दहेज हत्या के केस में निरुद्ध एक विचाराधीन बंदी ने जेल परिसर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वह बीती 17 अक्टूबर को ही दहेज हत्या के केस में अपने माता-पिता के साथ जेल में बन्द हुआ था. जेल अधीक्षक डीसी मिश्रा ने बताया कि मृतक अस्थाई जेल में बन्द था. जहां गुरुवार की दोपहर उसने खुदकुशी की है. उसने किन परिस्थितियों में आत्महत्या की. इस मामले की जांच कराई जा रही है.
बंदी ने सीतापुर जेल में फांसी लगाकर की आत्महत्या - सीतापुर खबर
यूपी के सीतापुर में दहेज हत्या के केस में निरुद्ध एक विचाराधीन बंदी ने जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बंदी 17 अक्टूबर को जेल में बन्द हुआ था. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई.
जानकारी के अनुसार, थाना मछरेहटा अंतर्गत ग्राम रायपुर राजेपारा निवासी 30 वर्षीय सर्वेश अपनी पत्नी की दहेज हत्या के आरोप में 17 अक्टूबर को जेल में बंद हुआ था. कोविड टेस्ट न होने के कारण फिलहाल उसे अस्थाई जेल में रखा गया था, जहां उसके पिता बलराम भी साथ थे, जबकि मां मुख्य कारागार की महिला बैरक में बंद है. अस्थाई जेल में करीब 35 अन्य कैदी भी हैं.
जेल अधीक्षक डीसी मिश्रा ने बताया कि गुरुवार की दोपहर जब जेल में भोजन का वितरण हो रहा था. तब अपने बेटे सर्वेश को न देखकर पिता बलराम ने उसकी तलाश शुरू की, जिसके बाद जेल के पीछे हिस्से में गमछे से वह फांसी पर लटका हुआ पाया गया. जब डॉक्टरों ने उसका परीक्षण किया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. जिसके बाद पुलिस और परिजनों को घटना की सूचना दी गई. जेल अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है और किन परिस्थितियों में उसने आत्महत्या की, इस बात की भी छानबीन की जा रही है.