सीतापुर: शहर के मध्य स्थित बाबा श्याम नाथ मंदिर 200 वर्षों से भी अधिक समय से लोगों की आस्था का केंद्र बना है. महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शहर के सबसे प्राचीन श्याम नाथ मंदिर में शिवभक्तों का तांता लगा हुआ है. शिवभक्त दूध, जल, बेलपत्र, भांग, धतूरा, बेर, गन्ना और फल का अर्पण कर भगवान शिव की स्तुति और आराधना कर रहे हैं. 'ओम नमः शिवाय' के जयकारे से पूरा वातावरण भक्तिमय है.
बता दें कि नैमिषारण्य से छोटी काशी यानी गोला गोकर्ण नाथ जाने वाले कांवड़िये इसी मार्ग और मंदिर से होकर गुजरते हैं. नैमिषारण्य से होकर गुजरने वाली आदिगंगा गोमती से कांवड़ में जल भरने के बाद शिवभक्त पहले श्याम नाथ मंदिर में आते हैं और फिर यहां दर्शन-पूजन करने के बाद आगे छोटी काशी के लिए प्रस्थान करते हैं.