सीतापुर: कोविड को लेकर नोडल अधिकारी ने परखी व्यवस्थाएं, अधिकारियों को दिये निर्देश
यूपी के सीतापुर में मंगलवार को जिले की नोडल अधिकारी मिनिस्ती एस. पहुंचीं. वह यहां दो दिवसीय दौरे पर आई थीं. यहां पहुंचकर उन्होंने जिले में कोरोना को लेकर किए जा रहे कार्यों का फीडबैक भी लिया.
सीतापुर:दो दिवसीय दौरे पर आयीं जिले की नोडल अधिकारी मिनिस्ती एस. ने कोविड व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत को परखा. साथ ही कोविड-19 को लेकर अधिकारियों को कड़े निर्देश भी दिए. नोडल अधिकारी ने एटीसी में बड़ी संख्या में लोगों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद इस दिशा में और अधिक सतर्कता बरतने पर जोर दिया. इसके आलावा उन्होंने सिस्टम में पारदर्शिता लाने के भी निर्देश दिए.
नोडल अधिकारी मिनिस्ती एस. ने जिले में अधिकारियों से कोविड-19 को लेकर किए जा रहे कार्यों के संबंध में की गई व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया. इसके बाद उन्होंने रोटी गोदाम स्थित गौरी बाल विद्या मंदिर में बनाये गये क्वारन्टीन सेंटर और टेस्टिंग सेंटर का निरीक्षण किया. नोडल अधिकारी ने यहां ठहरे हुए लोंगो का प्राथमिकता के आधार पर परीक्षण कराने के निर्देश दिए. इसके अलावा उन्होंने एल-1 हॉस्पिटल में ड्यूटी करने वाले स्टाफ के ठहरने के स्थान का निरीक्षण किया और वहां मौजूद लोगों से बातचीत की. बातचीत के दौरान नोडल अधिकारी ने उनके भोजन, पानी और ठहरने आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की.
मीडिया से बातचीत में नोडल अधिकारी ने कहा कि जिस तेजी के साथ जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है, उससे हमें और सावधानी के साथ सतर्कता बरतने की जरूरत है. इसके लिए सैनेटाइजेशन के अलावा टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यह मौसम संक्रामक रोगों का समय है. ऐसे में डेंगू और जेई (जापानी इंसेफ्लाइटिस) रोग को भी ट्रैक करने की जरूरत है ताकि उससे निबटने के लिए चलाये जा रहे अभियान को गति दी जा सके. नोडल अधिकारी ने कोविड संबंधी कार्रवाई को छिपाने की बजाय सार्वजनिक करने और यदि संभव हो तो प्रतिदिन मीडिया ब्रीफिंग करने का भी सुझाव दिया. नोडल अधिकारी ने कहा कि जहां पर मां के साथ बच्चे भी हैं जैसे जिला कारागार और शेल्टर होम इन स्थानों पर विशेष अभियान चलाकर लोगों को चिह्नित कर उपचारित किया जाये.