सीतापुर: प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार गला रेतकर हत्या कर दी गई. कमलेश तिवारी की इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में मौत हो गई, उनके सीने पर तीन गहरे निशान भी पाए गए.
सीतापुर में स्थित है कमलेश तिवारी का पैतृक गांव. सोची समझी सजिश कमलेश की हत्या
दरअसल शुक्रवार नाका कोतवाली क्षेत्र के खुर्शीद बाग स्थित कमलेश तिवारी के कार्यालय पर दो लोग उनसे मिलने आए. दोनों बदमाश मिठाई के डिब्बे में पिस्टल और चाकू लेकर आए थे. यहां आरोपियों ने कमलेश तिवारी की गला रेतकर हत्या कर दी. सूत्रों के अनुसार यह हत्या सोची समझी साजिश बताई जा रही है.
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सीतापुर में है पैतृक गांव
आपको बताते चलें कि हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी का सीतापुर से बड़ा ही गहरा नाता रहा है. कमलेश तिवारी पुत्र देवकी नन्द तिवारी का पैतृक गांव जनपद सीतापुर के तहसील सिधौली क्षेत्र के पारा है.
नाथूराम गोडसे की प्रतिमा लगवाने की घोषणा की थी
कमलेश तिवारी ने 15 दिसंबर 2014 को सिधौली में सभा कर देश भर में नाथूराम गोडसे की प्रतिमा लगावाकर तीस जनवरी को शौर्य दिवस के रूप मे मनाने की घोषणा की थी. इसके बाद जिला प्रशासन ने कमलेश तिवारी पर रासुका लगाने की प्रक्रिया शुरू की थी.
14 दिन की न्यायिक हिरासत में रहे थे कमलेश
कमलेश तिवारी को इस घटना में तत्कालीन परगना मजिस्ट्रेट ने शांति भंग के मामले में 22 जनवरी 2015 को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. इस घटना में तत्कालीन उपजिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने गांव के 25 लोगों को 107/16 में पाबंद किया था.