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डेढ़ दशक से खराब पड़ा है राजकीय नलकूप, परेशान हैं किसान

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Published : Dec 2, 2020, 8:36 AM IST

वर्तमान सरकार किसानों की आय बढ़ाने की बात भले ही कर रही हो, लेकिन किसान संसाधनों की कमी से परेशान हैं. सीतापुर जिले में नलकूप खराब होने के कारण किसानों को गेंहू की बुवाई में समस्या हो रही है.

ग्रामीण.
ग्रामीण.

सीतापुर: जिले में दर्जनों सरकारी नलकूप तकनीकी खराबी के चलते वर्षों से खराब पड़े हैं. जिसके चलते किसान निजी नलकूपों व अन्य संसाधनों का प्रयोग कर सिंचाई करने को मजबूर हैं. शिकायतों के बाद भी संबंधित विभाग किसानों की परेशानी को नजर अंदाज किए हुए हैं.

खराब पड़ा राजकीय नलकूप

विकास खंड गोंदलामऊ क्षेत्र के ग्राम पंचायत समसापुर के मजरा मढिया में बना राजकीय नलकूप संख्या 128 बीते 15 वर्षों से खराब पड़ा हुआ है. इस नलकूप पर आने वाली विद्युत लाइन के तार वर्षों पूर्व चोरी हो चुके हैं. जबकि नलकूप पर लगे ट्रांसफॉर्मर का भी कुछ पता नहीं है. नलकूप में प्रयोग आने वाली लोहे की पाईप व खेतों तक पहुंचाई गई पाईप भी चोरी हो चुकी है. किसान इस नलकूप को सही कराये जाने को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों से दर्जनों बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन 15 वर्ष बाद भी नलकूप सही नहीं कराया जा सका. किसानों की सैकड़ों बीघा फसल निजी ट्यूबवेल के सहारे ही चल रही है. निजी ट्यूबवेल चालक किसानों से मनमाने रूपये सिंचाई के लेते हैं. ऐसे में किसानों की लागत काफी बढ़ जाती है. जितना किसान का खर्चा आता है, उतने की भी फसल तैयार नहीं हो पा रही है. किसानों का हर तरीके से शोषण ही होता है.

राजकीय नलकूप खराब.
ग्रामीण संतराम, सुशील कुमार, महेश प्रसाद, दिनेश कुमार ने बताया कि राजकीय नलकूप संख्या 128 यह लगभग 15 वर्षों से खराब पड़ा हुआ है. जिसके चलते किसानों के फसल की बुवाई व फसल की सिंचाई में काफी समय लगता है. साथ ही फसल की बुवाई से लेकर फसल की सिंचाई तक प्रति बीघे हजारों रुपये का खर्च बढ़ जाता है. जिसके कारण छोटे किसान अपने अधिकांश खेत में फसल ही नहीं बो पाते हैं. किसानों द्वारा दर्जनों बार जिम्मेदार अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों से शिकायतें की गई, लेकिन इस नलकूप को अभी तक सही नहीं कराया जा सका है.

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