सीतापुर:कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन में लोग घर में ही रह रहे हैं. ऐसे में वह अपने इस खाली समय का सदुपयोग कई सारे रचनात्मक काम कर रहे हैं. कुछ इसी तरह से बसपा शासनकाल में दो बार मंत्री रह चुके रामहेत भारती भी अपने खाली समय का सदुपयोग कर रहे हैं. रामहेत भारती इन दिनों खेती कर रहे हैं. हाथ में खुरपी और फावड़ा लेकर उन्हें खेतो में काम करते देखा जा सकता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी भारत बनाने की अपील को वह अपना मूलमंत्र मानकर इन दिनों खेतों में पसीना बहा रहे हैं.
किसानी में जुटे हैं पूर्व कैबिनेट मंत्री तीन बार लगातार विधायक रहे हैं रामहेत भारती
जिले में बसपा के संस्थापक सदस्यों में प्रमुख रहे रामहेत भारती हरगांव विधानसभा सीट से लगातार तीन मर्तबा विधायक रहे हैं. मुख्यमंत्री मायावती के पहले शासनकाल में वे राज्यमंत्री बनाये गये थे. दूसरी बार उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया था. पिछले लोकसभा चुनाव के पहले उन्हें बीएसपी नेतृत्व ने पार्टी से निष्कासित कर दिया. इसके बाद उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली.
कोरोना ने बदली कार्यशैली
कोरोना वायरस को लेकर तीन माह पहले लागू हुए लॉकडाउन में उनकी कार्यशैली बदल गई. शहर के मोहल्ला दुर्गापुरवा में रहने वाले पूर्व मंत्री के घर से कुछ दूर पर ही उनका फार्म हाउस है. सुबह पांच बजे वे अपने खेतों में निकल जाते हैं और फिर खुरपी और फावड़े से खेतों में खर-पतवार की सफाई करते हैं. रोजाना दोपहर तक वे खेतो में रहकर अपनी फसलों की देखरेख और उससे जुड़े कामकाज में व्यस्त रहते हैं.
खाली समय का सदुपयोग
रामहेत भारती ने बताया कि लॉकडाउन के खाली समय का उन्होंने भरपूर इस्तेमाल किया है. राजनीतिक व्यस्तता के कारण वे पहले खेती पर स्वयं उतना ध्यान नहीं दे पाते थे, लेकिन लॉकडाउन के दिनों में उन्होंने पूरी तरह से इस ओर ध्यान दिया है. रामहेत भारती ने बताया कि वह अपने खेतों में ही लौकी-तोरई, भिंडी, अरबी, खीरा, ककड़ी और रेउसा आदि सब्जियों का बड़े पैमाने पर उत्पादन कर रहे है. जो सब्जी उनके खेतो में तैयार हुई है, उसमें जैविक और देशी खाद का इस्तेमाल किया गया है. यह सब्जी वह अपने घर में इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के देश और देश के नागरिकों के आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनने की अपील से प्रभावित होकर उन्होंने यह कार्य शुरू किया है जो आगे भी जारी रहेगा.