सीतापुर:जिले में अट्ठासी हजार ऋषियों की पावन तपोभूमि के नाम से सुविख्यात नैमिषारण्य में इस बार सावन मास की सोमवती अमावस्या पर श्रद्धालु नहीं पहुंचे. पुनीत संयोग होने के बावजूद भी लोगों में कोरोना महामारी का डर देखने को मिला. नगर में बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी रही, जिसके चलते चक्र तीर्थ, गोमती घाटों के साथ ही नगर के प्रमुख मन्दिर मां ललिता देवी, व्यास गद्दी , हनुमान गढी , देवदेवेश्वर, सूतगद्दी, बाला जी, कालीपीठ, सत्यनारायण सन्निधि आश्रम आदि प्रमुख स्थानों और नगर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा.
सड़क पर दिखा भारी पुलिस बल
प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन के चलते अमावस्या पर आसपास के क्षेत्रों से श्रद्धालु अपने निजी वाहनों से आते दिखाई दिए. नैमिष में इंट्री करने वाले सभी मार्गों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा. श्रद्धालुओं को बिना दर्शन-पूजन के ही वापस होना पड़ा. वैसे तो सावन मास पर शिव भक्ति के लिए अपना अलग ही महत्व होता है और जब सावन में सोमवती अमावस्या का योग पड़ता है, तो यह संयोग काफी महत्वपूर्ण हो जाता है.