सीतापुर: इमिलिया सुल्तानपुर इलाके में पिछले दिनों कच्ची शराब के सेवन से एक व्यक्ति की मौत और एक व्यक्त गंभीर रुप से बीमार हो गया था. इस घटना ने एक बार फिर जिले में अवैध रूप से कच्ची शराब बनाने के कारोबार चलने की तस्दीक कर दी है. आबकारी और पुलिस विभाग के अधिकारी इसके खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.
शराब के अवैध कारोबार से हो रही मौतें. अस्पताल ले जाते वक्त हुई थी मौत
बीती 26 जनवरी को इमिलिया सुल्तानपुर इलाके के ग्राम रोजहा निवासी राजाराम और अमर बहादुर पड़ोस के गांव धौरेमऊ में कच्ची शराब पीने गए थे, वहां से वापस लौटने पर दोनों की हालत बिगड़ने लगी थी. राजाराम की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई थी, जबकि अमर बहादुर का जिला अस्पताल में इलाज किया गया.
दो आरोपी हुए गिरफ्तार
इस घटना ने जिले में कच्ची शराब बनाने की पुष्टि की, तो आबकारी और पुलिस विभाग ने अपने दामन को पाक साबित करने के लिए शराब बनाने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. अगर पिछली घटनाओं पर गौर किया जाय तो यहां शराब का अवैध कारोबार पहले भी लोगों की जान को अपना निवाला बनाता रहा है.
शराब पीने से पहले भी हुई हैं मौतें
बीती 29 मई को महमूदाबाद की पैंतेपुर पुलिस चौकी के अंतर्गत सैदनपुर और सेजौरा गांव में कच्ची शराब पीने से चार लोंगों की मौत हो गई थी. वहीं पांच लोग बीमार हुए थे. इस घटना की सूचना पर आईजी लखनऊ रेंज ने घटनास्थल का दौरा कर पुलिस चौकी के पूरे स्टाफ को निलंबित कर दिया था.
कुटीर उद्योग की तरह चल रहा शराब का करोबार
घटना के बाद अवैध शराब का कारोबार करने वालों के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई भी गई थी. इसके बावजूद जिले में कुटीर उद्योग की तरह चलने वाले इस कारोबार पर अंकुश नहीं लगा और गांवोंं में आज भी अवैध शराब बनाने की भट्ठियां धधक रही हैं. हालांकि आबकारी और पुलिस विभाग के अधिकारी इस दिशा में कार्यवाही करने की बात कह रहे हैं.
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जिले में यह घटना हुई है. निश्चित रूप से यह काफी दुखद घटना है. इस पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. पुलिस लगातार छापेमारी करके भट्टियों को ध्वस्त कर रही है और कच्ची शराब को नष्ट कर रही है. इस तरह के काम करने वालों को गिरफ्तार भी किया जा रहा है.
-एम.पी. सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक