सीतापुर: सरकार भले ही बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों के बच्चों को जूते-मोजे बांटने के लिए अभियान चला रही हो, लेकिन सीतापुर में यह अभियान हवा हवाई साबित हो रहा है. नगर क्षेत्र के स्कूली बच्चों को अभी इसका वितरण नहीं हो पाया है, जबकि बीएसए पूरे जिले में अब तक तीन लाख नब्बे हजार बच्चों को इसका वितरण करने का दावा कर रहे हैं.
शिक्षा विभाग के दावे खोखले, बिना जूते-मोजे के स्कूल जाने को मजबूर बच्चें - education department in up
सरकार भले ही बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों के बारें में बड़े-बड़े दावे करे, लेकिन हालात ठीक उसके उलट है. सीतापुर के स्कूलों में अभी तक स्कूली बच्चों को जूते-मोजे का वितरण नहीं हो पाया है ,जबकि बीएसए पूरे जिले में अब तक तीन लाख नब्बे हजार बच्चों को इसका वितरण करने का दावा कर रहे हैं.
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क्या है पूरा मामला.
- जिले में कुल 19 ब्लॉक और एक नगर क्षेत्र है. इनमें पढ़ने वाले चार लाख नवासी हजार दो सौ बच्चों को जूते-मोजे वितरित किए जाने हैं.
- नगर क्षेत्र के स्कूलों के बच्चों को अभी जूते-मोजे नहीं वितरित किए हैं.
- इस बाबत हमने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी चार ब्लॉकों के स्कूलों में जूते-मोजे नहीं वितरित हो पाए हैं.
- जबकि पन्द्रह ब्लॉक के तीन लाख नब्बे हजार बच्चों को ये वितरित किए जा चुके हैं.
- बेसिक शिक्षा अधिकारी जूते-मोजे के वितरण को लेकर जो दावे कर रहे हैं. वह जमीनी हकीकत में सच नहीं दिखाई दे रहे हैं
- उनके दावों को सच मान भी लिया जाय तो अब तक एक लाख बच्चों को इनका वितरण न होना विभाग के अफसरों की लापरवाही को उजागर करता है .