सिद्धार्थनगर:पूरे प्रदेश में वृक्षारोपण कर पर्यावरण को संतुलित रखने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं जिले के वन विभाग के जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते जंगल के हरे पेड़ों की कीमती लकड़ियों पर लोग हाथ साफ कर रहे हैं और वन विभाग मौन रहकर उन्हें बढ़ावा दे रहा है.
जिले के डुमरियागंज विकासखंड के भालुकोनी स्थित जंगल की लकड़ियां धीरे-धीरे गायब हो रही हैं. यहां वन विभाग की उदासीनता के चलते लोग लकड़ियों को काटकर ले जा रहे हैं. जंगल से सटे कारेखूट में भी जंगल से लकड़ियां काटी जा रही हैं और इस अवैध कटाई पर वन विभाग मौन है.
वन विभाग ने भालुकोनी के जंगल में पेड़ों की रखवाली के लिए वन रक्षक चौकी बनवाया, ताकि व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते कर्मचारी मनमाने ढंग से आते जाते हैं. क्षेत्रीय निवासी मोहम्मद अकरम, मोहम्मद शाद, अब्दुर रहमान, दिलीप कुमार आदि का कहना है कि वर्षों से वन चौकी का ताला नहीं खुला है. चौकी प्रभारी महज खानापूर्ति करने के लिए महीने में एक-दो बार आते हैं. यही कारण है की जंगल से लगातार हरियाली सहित कीमती लकड़ियां गायब हो रही हैं.
वन क्षेत्राधिकारी डुमरियागंज शिव शंकर सिंह ने बताया कि जंगल में पेड़ काटने की सूचना मिली थी. स्थलीय निरीक्षण किया गया है. जंगल की रखवाली के लिए रात 11 बजे तक कर्मियों को लगाया गया है.