श्रावस्ती : अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह और गणतंत्र दिवस को लेकर भारत-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट कर दिया गया है. एसएसबी व पुलिस के जवानों की चौकसी बढ़ा दी गई है. भीड़ वाली जगहों पर भी सुरक्षा सख्त कर दी गई है. सीमा पर सुरक्षा एजेंसियां चौकस हो गई हैं. आने-जाने वालों पर नजर रखी जा रही है. खुफिया इनपुट के बाद एसएसबी व पुलिस ने विशेष जांच अभियान चला रखा है. सीमावर्ती सभी थानों, एसएसबी बीओपी व चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है.
22 जिले प्रदेश के संवेदनशील जिलों में शामिल :नेपाल से सटे श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर समेत 22 जिले संवेदनशील हैं. श्रावस्ती की 62 किमी, बहराइच की 100 तथा बलरामपुर जिले की 82 किमी सीमा नेपाल से जुड़ी है. श्रावस्ती की सीमा पर एसएसबी के 12 बार्डर आउट पोस्ट, सिरसिया, मल्हीपुर थानों के अलावा राजपुर, धर्मतापुर, असनहरिया व जमुनहा पुलिस चौकियों को सतर्क कर दिया गया है. सभी सीमावर्ती चेकपोस्ट व भीड़ वाले इलाकों की चेकिंग की जा रही है. पहले की घटनाएं बताती हैं कि भारत-नेपाल की खुली सीमा राष्ट्रविरोधी ताकतों व आतंकियों की घुसपैठ व भागने के लिए काफी मुफीद मानी जा रही है.
प्राण प्रतिष्ठा को लेकर क्षेत्र में अलर्ट जारी : लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य इरफान, इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी अफजल उस्मानी, पाक जासूस मुहम्मद मशरूर व अन्य आतंकी संगठनों से जुड़े सदस्यों की गिरफ्तारी सीमा पर हो चुकी है. ऐसे में नेपाल सीमा की संवेदनशीलता और बढ़ जाती है. डीएम कृतिका शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है कि 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया है. भारत से नेपाल जाने और वहां से आने वाले यात्रियों की जांच के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा. पगडंडियों पर एसएसबी व पुलिस की संयुक्त टीम पेट्रोलिंग कर रही है. सुरक्षा को लेकर एसएसबी के अधिकारियों के साथ समन्वयक बैठक की गई है. सीमा पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. सीमा पर एसएसबी के जवान पेट्रोलिंग के साथ 24 घंटे गश्त कर रहे हैं. पुलिस भी एसएसबी के गश्त में सहयोग कर रही है. गैर परंपरागत रास्तों पर भी पुलिस की पैनी नजर है.