शामलीः हाल में सोशल मीडिया पर पुलिसकर्मियों द्वारा एक युवक को पीटने का वीडियो वायरल (viral video) हुआ था. युवक की 21 नवंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप (Police allegation of assault) लगाया है. मामले को एसपी ने संज्ञान लेकर एएसपी को जांच सौंप दी है.
जानकारी के मुताबिक शामली जिले के कैराना कोतवाली क्षेत्र के गांव इस्सोपुर खुरगान के रहने वाले गय्यूर (35) की बीती 21 नवंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. उसका शव गांव में ही उसके खेत से बरामद हुआ था. इसके बाद परिजनों ने पुलिस पर हिरासत में लेकर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया था.
वायरल वीडियो और पुलिस अफसर का बयान. मृतक के भाई राशिद अली ने आरोप लगाया था कि मौत से दो दिन पहले उसके भाई गय्यूर को कैराना पुलिस ने हिरासत में लिया था, जिसे दोपहर तीन बजे हिरासत में लेने के बाद रात्रि करीब 11 बजे छोड़ा गया था. पुलिस की मारपीट में गय्यूर के शरीर पर घाव होने का भी दावा किया था. मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी. एएसपी ओपी सिंह ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया था. पुलिस दावा कर चुकी है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गय्यूर की मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने पर विसरा जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है.
सोशल मीडिया पर 14 सेकेंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में चार पुलिसकर्मी नजर आ रहे हैं और एक युवक को पकड़ रखा है. इसी दौरान युवक की ओर से अपने हाथों से कुछ सामान छत की ओर फेंका जाता है, जो दीवार से टकराकर वापस गिरता है और उसे एक पुलिसकर्मी अपने हाथ में कैच कर लेता है. इसके बाद तीन पुलिसकर्मी युवक के साथ मारपीट करते हुए गन्ने के खेत की ओर ले जाते दिख रहे हैं. वीडियो संभवतः किसी छत से बना हुआ है. यह वीडियो कोतवाली क्षेत्र के गांव इस्सोपुर खुरगान का बताया जा रहा है. भाई का आरोप है कि इस वीडियो में पुलिसकर्मी गय्यूर की मौत से पहले उसके साथ मारपीट कर रहे हैं. एसपी से इसकी शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है. एसपी शामली अभिषेक ने इसकी जांच एएसपी ओपी सिंह को सौंप है.
एएसपी शामली ओपी सिंह का कहना है कि 21 नवंबर को सूचना के बाद गय्यूर को हॉस्पिटल लाया गया था. इसके बाद पंचायतनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था. विशेष पैनल द्वारा वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम कराया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बॉडी पर चोट के निशान नहीं मिले हैं. वारदात के कुछ समय पहले की वीडियो के विषय में पीड़ित पक्ष मिला है और वीडियो उपलब्ध कराई है. इस पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है. वीडियो में दिख रहे वर्दीधारी कौन हैं, उनकी पहचान कराई जा रही है. मृतक गय्यूर पर एनडीपीएस एक्ट व आर्म्स एक्ट के मुकदमे भी दर्ज थे. जांच उपरांत दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः फफक-फफक कर रोने लगे आजम खान, कहा- एक ही ज़ुल्म बचा है कि मुझे हिंदुस्तान से निकाला जाये