शाहनुम से शानू बनकर युवती ने हिंदू प्रेमी से मंदिर में रचाई शादी. शामलीःजिले में एक मुस्लिम युवती ने धर्म परिवर्तन कर अपने हिंदू प्रेमी से शादी कर ली. दोनों का काफी लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था. हालांकि, इस दौरान युवती के परिजनों ने युवक का अपहरण कर लिया था, जिसे पुलिस ने सकुशल बरामद किया. इसके बाद दोनों ने सोमवार को मंदिर में शादी कर ली.
दरअसल, जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र के गुज्जरपुर गांव की शाहनुम (18) से क्षेत्र के ही मछरौली गांव के ही युवक से रूपक प्रेम हो गया. रूपक शाहनुम के गांव में ही क्लीनिक चलाता था, जिसके कारण उसका युवती के घर भी आना-जाना रहता था. इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया. इस बात की जानकारी होने पर शाहनुम के परिजन आक्रोशित हो गए.
आरोप है कि शाहनुम के पिता नाजिश ने शुक्रवार (21 जुलाई) को रूपक और उसके एक साथी के खिलाफ स्थानीय थाने में बेटी का अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया. अपहरण का मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की और युवती को बरामद कर लिया. उन्होंने उसे काउंसलिंग के लिए वन स्टॉप सेंटर में भेज दिया. लड़की ने कोर्ट में ब्यान दर्ज कराते हुए खुद के बालिग होने और रूपक के साथ अपनी मर्जी से रहने की इच्छा जताई.
उधर, युवती के बरामदगी के बाद 22 जुलाई को उसके पिता नाजिश ने अपने 6 साथियों के साथ मिलकर रूपक का अपहरण कर लिया था. इसके बाद रूपक के जीजा ने स्थानीय पुलिस से मामले की शिकायत की थी. पुलिस ने हत्या की नीयत से अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. इसके बाद उसकी तलाश शुरू की गई. 23 जुलाई को पुलिस ने रूपक को सुरक्षित बरामद कर लिया. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने युवती के पिता समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद सोमवार को मुस्लिम युवती शाहनुम धर्म परिवर्तन कर शानू बन गई और हिंदू रीति-रिवाज से रूपक के साथ एक शिवमंदिर में सात फेरे ले लिए.
परिजनों से बताया जान का खतराः शादी के बाद शानू ने बताया कि उसके पूर्वज पहले हिंदू थे. इसके चलते उसकी भी हिंदू धर्म में आस्था थी. युवती ने बताया कि रूपक उसके घर आता जाता था, इसी बीच वह उसे पसंद आ गया था. इसके बाद दोनों की फोन पर और व्हाट्सएप के माध्यम से बातें शुरू हुई. शानू ने बताया कि उसे परिजनों से जान का खतरा है, इसके लिए उसने पुलिस से सुरक्षा की गुहार भी लगाई. वहीं, रूपक ने कहा कि अपहरण के बाद उसके साथ मारपीट की गयी थी. हालांकि, पुलिस ने समय रहते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर उसे उनके चंगुल से छुड़ा लिया था.
हिंदू संगठन के लोगों ने की मददःरूपक और शानू की शादी में मौजूद रहे शामली के हिंदू नेता विवेक प्रेमी ने बताया कि लड़की हिंदू धर्म में आस्था रखती थी. उसके परिवार वाले इसके खिलाफ थे. इसके चलते दोनों को काफी परेशानियां भी झेलनी पड़ी. लेकिन, अब दोनों पति-पत्नी के रूप में एक दूसरे के साथ हैं. प्रेम में कट्टरवाद की कोई जगह नहीं है.
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