शामली:जनपद में पुलिस के सी-प्लान ने काम करना शुरू कर दिया. इसके तहत अब गांवों में पंच परमेश्वर नहीं, बल्कि 10 परमेश्वर कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने में पुलिस का सहयोग करेंगे. डीजीपी से लेकर तमाम आलाधिकारी इन 10 संभ्रांत लोगों से संपर्क कर कानून व्यवस्था से जुड़ी जानकारियां भी जुटाएंगे.
अपर पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी. यूपी पुलिस ने सी-प्लान एप जारी किया है. इस एप के जरिए अब पुलिस अधिकारी गांवों की हर गतिविधियों पर नजर रखेंगे. एप में हर गांव के दस संभ्रांत लोगों के नाम व मोबाइल नंबर रहेंगे. किसी भी समय अधिकारी इन नंबरों पर फोन कर गांव की गतिविधियों के बारे में जानकारी ले सकेंगे.
जिले में शुरू हुआ सी-प्लान- शामली जिले में पुलिस के सी-एप का संचालन शुरू हो गया है.
- सी-प्लान एप के संचालन के लिए पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है.
- पुलिसकर्मियों ने अपनी बीट से जुड़े प्रत्येक गांव के 10 संभ्रांत लोगों का ब्यौरा जुटाना शुरू कर दिया है.
- इन संभ्रांत लोगों के नाम और मोबाइल नंबर सी-प्लान एप पर साझा किए जाएंगे.
- कानून व्यवस्था से जुड़ी परिस्थितियों में अधिकारी सीधे इन संभ्रांत लोगों से संपर्क कर जानकारियां ले सकेंगे.
कैसे काम करेगा एप?
जिले में इस एप के एडमिन एसपी होंगे और एएसपी, सीओ, थाना प्रभारी, दारोगा, सिपाही व दीवान तक एप को अपने मोबाइल में लोड रखेंगे. एप में जनपद के हर गांव के दस संभ्रांत लोगों के मोबाइल नंबर, नाम व अन्य जानकारी दर्ज रहेगें. बीट सिपाही से लेकर उप निरीक्षक व थाना प्रभारी भी समय-समय पर एप से नंबर निकाल कर गांव के संभ्रांत लोगों को फोन करेंगे. डीजीपी से लेकर तमाम आलाधिकारी भी जरूरत पड़ने पर एप के जरिए इन लोगों से संपर्क साध सकेंगे.
पुलिस की मदद करेंगे 10 लोग
अधिकारियों के मुताबिक अगर किसी गांव में कोई दिक्कत या घटना होती है, तो जिले के आला अधिकारी सबसे पहले गांव के उन दस लोगों से ही फोन कर उन्हें मौके पर पहुंचने के निर्देश देंगे. ये लोग अधिकारियों को हालातों से रूबरू भी कराएंगे. एप से ऐसे लोग जोड़े जाएंगे, जिनका कोई आपराधिक इतिहास न हो.
सी—प्लान एप से सभी अधिकारीगण जुड़े हुए हैं. एप के जरिए अधिकारी फोन पर सीधे सहयोगी व्यक्ति से बातचीत कर गांव के हालातों और कानून व्यवस्था से जुड़ी जानकारियां हासिल करेंगे. अपराधियों और असामाजिक व्यक्तियों की गतिविधियों पर भी एप के जरिए सर्तक दृष्टि रखी जाएगी.
-राजेश कुमार श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक