शामली:99 बटालियन बीएसएफ के जवान विकास कुमार की पश्चिम बंगाल में मौत मामले ने तूल पकड़ लिया है. बुधवार की सुबह जवान का शव जनपद शामली के पैतृक गांव लांक पहुंचा. पत्नी ने शव को देखकर पति की हत्या का दावा किया है. पत्नी ने कई गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं. परिजनों ने अपनी मांगों पर उचित आश्वासन मिलने तक जवान का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया. इसके चलते बीएसएफ से लेकर स्थानीय अधिकारियों में खलबली मच गई है.
31 अगस्त की सुबह जवान विकास कुमार का गोली लगा शव मिला था. बताया जा रहा है कि उस दौरान विकास ड्यूटी पर था और उसकी रायफल भी पास में ही पड़ी हुई थी. बुधवार की सुबह जवान का शव पैतृक गांव लांक लाया गया, जिसे देखकर परिजनों में कोहराम मचा गया. परिजनों ने शव के हालत को देखकर जवान की हत्या का दावा किया है.
पत्नी पंपा मेहता के अनुसार, उन्हें महकमे द्वारा बताया गया कि पति ने आत्महत्या की है, लेकिन पश्चिमी बंगाल में किसी ने उन्हें पति का शव देखने की इजाजत नहीं दी. अब जब शव घर आया है, तो शरीर पर चोट के निशान दिखाई दे रहे हैं. हाथ और पैरों के नाखून भी उखाड़े गए हैं, जिससे यह मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है.
परिजनों ने किया अंतिम संस्कार से इंकार
जवान के शव के हालातों को देखते हुए परिजनों ने अंतिम संस्कार से इंकार कर दिया. सूचना पर शामली जिला मुख्यालय से अपर पुलिस अधीक्षक, एसडीएम सदर और सीओ सिटी मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने जवान के परिजनों को समझाने-बुझाने की कोशिश की, लेकिन मृतक की पत्नी और परिवार के अन्य लोगों ने अपनी मांगों को अधिकारियों के सामने रखते हुए उचित आश्वासन मिलने तक जवान के शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया.