शामली: जिले में खाकी को शर्मशार करने वाली ठगी की एक बड़ी घटना सामने आई है. यहां पुलिस महकमे में तैनात 2 सिपाहियों के ठग गिरोह में शामली होने का खुलासा खुद अधिकारियों द्वारा किया गया है. ठग गिरोह रकम डबल करने का झांसा देकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था और जब रकम की डिलीवरी का टाइम होता था, तो गिरोह में शामिल पुलिसकर्मी मौके पर छापेमारी करने के बाद पीड़ित से बरामद रकम को अवैध बताते हुए हड़प लेते थे.
क्या है पूरा मामला?
इस मामले में बाबारी थाना क्षेत्र के पंजोखरा गांव निवासी शुभम नाम के युवक की शिकायत पर बुधवार को मुकदमा दर्ज हुआ है. मुकदमे के आरोपियों में बाबरी थाने पर तैनात दो सिपाही समेत 7 लोग शामिल हैं. पीड़ित शुभम ने बताया कि जिले के रशीदगढ़ गांव निवासी दीपक और थानाभवन निवासी जावेद उर्फ सरफराज नाम के दो युवकों ने उसे 2 दिन में पैसे डबल करने की स्कीम बताई थी. शुभम ने बताया कि आरोपियों के झांसे में आकर उसने 27 मई को अपने चचेरे भाई अंकित के साथ दीपक व सरफराज के घर जाकर उन्हें 1 लाख 70 हजार रुपये डबल करने के लिए दिए थे.
शिकायकर्ता के अनुसार, जब दो दिन बाद डबल रकम देने की मांग की गई तो दोनों आरोपियों द्वारा ढ़ाई लाख रुपये की नकदी को ही डबल करने के लिए कहा गया. जि सपर पीड़ित द्वारा 1 जून को आरोपियों को 80 हजार रुपए और दिए गए. पीड़ित ने बताया कि ढाई लाख रुपये लेने के बाद एक जून को ही दीपक व सरफराज अपने दो उसे कार में बैठाकर लालूखेड़ी नाम के स्थान पर ले गए, जहां पर आरोपियों के कुछ अन्य साथी भी मौजूद थे. शिकायकर्ता ने बताया कि वहां उसे रुपयों से भरा एक बैग थमाया गया, लेकिन इसी बीच 2 पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे. जिन्होंने रकम के बारे में पूछताछ करते हुए उसे अवैध बताकर मारपीट करते हुए सभी को मौके से भगा दिया और रकम को अपने साथ ले गए.