शामली:चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती जिले के एक शिक्षामित्र की मौत के बाद जिले में अलर्ट घोषित कर दिया गया है. वहीं मृतक की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट में एक नई बात सामने आई है. जानकारी के अनुसार रिपोर्ट में मरीज के पॉजिटिव और निगेटिव होने की सही पुष्टि नहीं की गई थी. एहतियात के तौर पर मरीज के 13 परिजनों को क्वारंटाइन किया गया है. मृतक कांधला थाना क्षेत्र का रहने वाला था.
जानकारी देतीं शामली डीएम जसजीत कौर. जानें क्या है पूरा मामला
बता दें कि 40 वर्षीय व्यक्ति गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र के रूप में तैनात था. करीब आठ दिन पहले शिक्षामित्र की तबीयत खराब होने पर परिजनों ने उसे इलाज के लिए जिले के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. यहां हालत में सुधार नहीं होने पर उसे मेरठ मेडिकल काॅलेज और फिर हरियाणा के करनाल जिले में एक निजी डाॅक्टर को इलाज के लिए दिखाया, लेकिन मरीज को कोई आराम नहीं हुआ. इसके बाद परिजनों ने मरीज को चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
चंडीगढ़ में ही कराया गया मृतक का अंतिम संस्कार
शामली जिलाधिकारी जसजीत कौर के मुताबिक शिक्षामित्र की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव और नेगेटिव के बीच उलझी हुई है. मृतक की जांज रिपोर्ट में कोराना टेस्ट पॉजिटिव या निगेटिव होने की सही पुष्टि नहीं होने के कारण डीएम ने एहतियात के तौर पर डॉक्टरों की टीम को मृतक के घर भेजकर परिजनों की सैंपलिंग कराई है. साथ ही मृतक के परिवार के 13 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है, जबकि परिवार के तीन सदस्य चंडीगढ़ में क्वारंटाइन किए गए हैं. चंडीगढ़ में ही मृतक का अंतिम संस्कार करा दिया गया है.
निजी अस्पताल के डाॅक्टरों को किया गया क्वारंटाइन
शिक्षामित्र की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम शामली के उस निजी अस्पताल में पहुंची, जहां पर शिक्षामित्र को कुछ दिनों पहले भर्ती कराया गया था. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल की ओपीडी बंद कराते हुए डॉक्टर के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है. वहीं रिपोर्ट आने तक अस्पलाल के डाॅक्टरों सहित कर्मचारियों को होम क्वारंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया है. मृतक के गांव को प्रशासन सैनिटाइज करा रहा है.