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शामली में किसान महांपचायत को लेकर टकराव की स्थिति

दिल्ली में किसान आंदोलन पर सख्ती के बाद देश के विभिन्न राज्यों में महापंचायतों का दौर जारी है. यूपी के शामली जिले के भैंसवाल गांव में भी पांच फरवरी को रालोद द्वारा किसानों की महापंचायत बुलाई गई थी, जिसे राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी संबोधित करने वाले थे, लेकिन जिला प्रशासन ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए महापंचायत पर बैन लगा दिया है. वहीं जिले में धारा 144 भी लागू कर दी गई है.

शामली में किसान महांपचायत को लेकर टकराव की स्थिति
शामली में किसान महांपचायत को लेकर टकराव की स्थिति

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Published : Feb 4, 2021, 6:28 PM IST

शामलीःजिले के भैंसवाल गांव में किसानों की महापंचायत के लिए मांगी गई अनुमति को जिला प्रशासन ने निरस्त कर दिया है. इसके साथ ही जनपद में धारा 144 भी लागू कर दी गई है, जबकि आयोजक महापंचायत को लेकर अड़े हुए हैं. अनुमति निरस्त होने के बावजूद भी लोगों द्वारा जनता से महापंचायत में पहुंचने की अपील की जा रही है. इसके चलते जिले की शांति व्यवस्था भी भंग होने की आशंकाएं बन गई हैं.

महापंचायत को लेकर जनपद में धारा 144 लागू.

क्या है पूरा मामला?
गढ़ीपुख्ता थाना क्षेत्र के गांव भैंसवाल में पांच फरवरी को किसानों की महापंचायत का आयोजन किया गया था. इस महापंचायत कों राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी का शामिल होना भी प्रस्तावित है. महापंचायत के आयोजन के लिए रालोद जिलाध्यक्ष योगेंद्र सिंह चेयरमैन द्वारा एक फरवरी को जिला प्रशासन को अनुमति के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था. इसके अलावा रालोद समेत विभिन्न राजनैतिक पार्टियों और किसान संगठनों के लोगों ने भी महापंचायत में भीड़ जुटाने के लिए जनसंपर्क शुरू कर दिया था, लेकिन फिलहाल जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा और शांति व्यवस्था का हवाला देते हुए महापंचायत के लिए अनुमति नहीं दी है, लेकिन अनुमति निरस्त होने के बाद भी रालोद नेता हर सूरत में महापंचायत के होने का दावा कर रहे हैं.

इन कारणों का दिया गया हवाला
भैंसवाल गांव में होने वाली किसानों की महापंचायत पर जिला प्रशासन ने बैन लगा दिया है. मामले में एसडीएम सदर संदीप कुमार ने आदेश जारी करते हुए बताया कि पांच फरवरी को भैंसवाल के बिजलीघर के पास खेल मैदान में राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष योगेंद्र सिंह चेयरमैन द्वारा एक किसान पंचायत के संबंध में अनुमति के लिए प्रार्थना पत्र दिया था. एसडीएम ने बताया कि स्थानीय अभिसूचना इकाई व मुख्य अग्निशमन अधिकारी एवं थानाध्यक्ष गढ़ीपुख्ता की आख्या में अंकित तथ्यों, परिस्थितियों एवं प्राविधानों को दृष्टिगत रखते हुए आयोजन की अनुमति प्रदान नहीं की गई है.

पहले से तय था कार्यक्रम
रालोद के जिलाध्यक्ष योगेंद्र सिंह चेयरमैन ने बताया कि हमारा कार्यक्रम तय हो गया था कि हम पांच तारीख को गांव भैंसवाल के खेल मैदान में बिजलीघर के पास महापंचायत करने जा रहे थे. बुधवार शाम से पहले प्रशासन ने भी हमारे साथ पूरा सहयोग करा था. एसडीएम मेरे साथ मौके पर गए थे. सीओ थानाभवन समेत तमाम लोगों ने महापंचायत स्थल का निरीक्षण करते हुए कर्मियों को दुरुस्त करने के लिए कहा था.

रालोद जिलाध्यक्ष बोले- हर हाल में होगी महापंचायत
रालोद के जिलाध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने कहा कि अधिकारियों द्वारा व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के लिए संबंधित विभागों के अफसरों को भी फोन कर दिशा-निर्देश दिए थे. व्यवस्था में तमाम लोग लगे हुए थे, लेकिन अचानक पता चला कि हमारी मांग निरस्त कर दी गई है. उन्होंने बताया कि ये काम प्रशासन का है कि वो निरस्त करे, या फिर हमें अनुमति दे, लेकिन हम अड़िग हैं. हमारी यें महापंचायत हर हाल में होगी. चाहे तूफान आए, बारिश आए, इसको अब टाला नहीं जा सकता.

जिले में धारा 144 भी की गई लागू
किसानों की महापंचायत की अनुमति निरस्त करने के साथ ही शामली जिले में धारा 144 भी लागू कर दी गई है. जिला प्रशासन ने महापंचायत के आयोजन पर बैन लगा दिया गया है, लेकिन इसके बावजूद भी आयोजक महापंचायत के आयोजन को लेकर अड़े हुए हैं. इसके चलते अब जिले में शांति व्यवस्था भंग होने की आशंकाएं भी बनती नजर आ रही हैं. हालांकि जिलाधिकारी जसजीत कौर और एसपी शामली सुकीर्ति माधव लगातार हालातों पर नजर रखते हुए जिले का माहौल खराब न हो, इसके लिए किसान महापंचायत के आयोजकों से संपर्क साधे हुए हैं.

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