शामली: भारत के शीर्ष अंपायर अनिल चौधरी लॉकडाउन के दौरान अपने पैतृक गांव डांगरौल में मौजूद हैं. यहां पर मोबाइल सिग्नल की समस्या उनके कामकाज को थोड़ा प्रभावित कर रही है, लेकिन दिनचर्या के दौरान वे गांव के लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति जागरूक कर रहे हैं. यहां पर उन्हें एक जिम्मेदार किसान के रूप में भी देखा जा सकता है.
शामली: आईसीसी अंपायर अनिल चौधरी ग्रामीणों को सिखा रहे सोशल डिस्टेंसिंग - आईसीसी अंपायर अनिल चौधरी ग्रामीणों को सिखा रहे सोशल डिस्टेंसिंग
यूपी के शामली में लॉकडाउन की वजह से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट अंपायर अनिल चौधरी को अपने पैतृक गांव में ठहरने का मौका मिला है. इस दौरान वे ग्रामीणों को सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति जागरूक कर रहे हैं. वे अपने पैतृक गांव डांगरौल में मौजूद हैं.
नहीं मिल रहे फोन के सिग्नल
अंपायर अनिल चौधरी 16 मार्च को अपने दोनों बेटों के साथ पैतृक गांव डांगरौल आ गए थे. इसके बाद लॉकडाउन के चलते वे यहीं पर फंस गए, जबकि उनकी मां और पत्नी दिल्ली में हैं. गांव में मोबाइल सिग्नल और इंटरनेट की समस्या के चलते उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस समस्या के चलते उन्हें आईसीसी के ऑनलाइन इवेंट में शामिल होने में भी परेशानी हो रही है.
ग्रामीणों को समझा रहे सोशल डिस्टेंसिंग
आईसीसी अंपायर अनिल चौधरी अपने गांव डांगरौल में करीब 25 दिनों से फंसे हैं. अंपायर अनिल चौधरी सुबह छह बजे उठकर खुद को फिट रखने के लिए खेतों में रनिंग और जॉगिंग करते हैं. साथ ही गांव वालों को कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग की सलाह भी देते हैं. ग्रामीण उनकी बातों को भी तवज्जो दे रहे हैं. ग्रामीणों ने उनके कहने पर साथ बैठना भी बंद कर दिया है. इसके साथ ही यहां पर उन्हें एक किसान के रूप में देखा जा सकता है.