शाहजहांपुर:जिला कारागार में बंद महिला बंदी रक्षाबंधन के त्योहार के लिए प्रतिदिन 150 राखियां बना रही हैं. इन राखियों को महिला बंदी जेल में बंद पुरुष बंदियों की कलाइयों पर बांधेंगी. कोरोना वायरस के चलते जिला कारागार में 4 महीने से बंदियों की मुलाकात परिजनों से नहीं हो रही है.
अब रक्षाबंधन का पर्व आ गया है, जिसमें पुरुष बंदी भाइयों की कलाई सूनी रहेगी. इसी के चलते जिला कारागार में बंद 10 महिलाएं प्रशासन की अनुमति से स्वदेशी राखियां बना रही हैं. उनका मानना है कि हाथ से बनी हुई ये राखियां वो जेल में बंद भाइयों की कलाइयों पर बांधेंगी, जिससे भाइयों की कलाई सूनी नहीं रहेगी.