शाहजहांपुर :जिले में विकलांग पेंशन घोटाला सामने आया है. यहां दिव्यांगों को मताधिकार दिलाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा था, जिसके तहत दिव्यांगों को उनके पते पर ढूंढा गया तो जिले में लगभग तीन हजार दिव्यांग गायब मिले. इसके बाद मुख्य विकास अधिकारी ने लगभग 3000 दिव्यांगों के पेंशन में फर्जीवाड़े की आशंका जताई है. जिसके बाद विकलांग पेंशन घोटाले की उच्चस्तरीय जांच कराई जा रही है.
शाहजहांपुर: 3000 दिव्यांगों की पेंशन में फर्जीवाड़े की आशंका
जिले में विकलांग पेंशन योजना को लेकर घोटाले का मामला सामने आया है. दिव्यांगों को मताधिकार दिलाने के लिए विशेष अभियान चलाए जाने के दौरान पता चला कि जिले में लगभग 3 हजार दिव्यांग गायब हैं. जिसके घोटाले की जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन किया गया है.
दरअसल जिले में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दिव्यांगों का को मताधिकार दिलाने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. जिसके तहत दिव्यांगों को उनको घर से विशेष कैंप में ले जाने के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं. जिले में 16500 दिव्यांग मतदाता अभी तक तय किए जा चुके हैं. इस कार्यक्रम में लगे अधिकारियों ने जब दिव्यांगों के घर पर जाकर पता किया तो सूची में 2929 दिव्यांग पेंशनर नहीं मिले.
इन पेंशनरों का पता न चलने पर मुख्य विकास अधिकारी ने 2929 दिव्यांगों की पेंशन को लेकर घोटाले की आशंका जताई. जिसके बाद जिला प्रशासन ने एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी बनाई है, जो इन सभी फर्जी विकलांग पेंशन पाने वाले लोगों की जांच करने के साथ ही फर्जी लोगों को पेंशन दिलाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करेगी.