शाहजहांपुरः बंडा थाना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. लगातार मिल रही शिकायत के बाद कड़ी मेहनत से पुलिस ने रविवार को एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह कार मालिकों से फर्जीवाड़ा करके उनकी लग्जरी कार को अपना बताकर ग्राहकों को बेच दिया करता था.
पुलिस गिरफ्त में आए कार गैंग के सदस्य उत्तर प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी भोले-भाले लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना चुके हैं. पकड़े गए सभी आरोपी बरेली जिले के रहने वाले हैं. पुलिस ने इनके कब्जे से 13 लग्जरी कार और कई फर्जी कागजात बरामद किए हैं.
गैंग के सरगना ने पुलिस को बताया कि 'उनके गैंग के लोग लग्जरी कार के मालिकों को अपने विश्वास में ले लेते थे. फिर उनकी कार को महंगे दामों पर किराए पर उठाने का बहाना बनाकर कार मालिकों के कागजात और कार अपने पास रख लिया करते थे. इसके बाद कार के असली कागजों पर कंप्यूटर से एडिटिंग करके खुद कार के मालिक बन जाते थे और फिर शुरू होती थी उनकी तलाश. तलाश ऐसे शख्स की, जो सपना देख रहा हो फोर व्हीलर में चलने का, जो लोग लग्जरी कार खरीदना चाहता हो ऐसे लोगों को यह गिरोह अपनी ठगी का शिकार बनाकर दूसरे की लग्जरी कार को अपना बताकर बेच दिया करता था. कार के एवज में मिलने वाली मोटी रकम को आपस में बांट कर ऐश किया करते थे'.
पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि दिनांक 14.01.23 को बंडा थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मकसूदापुर नहर पुल व गहलोईया नहर पुल से किराये पर चलाने के बहाने मालिकों की गाडियों को गिरवी रखकर अपनी गाड़ी बताकर बेचने वाले 3 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया गया है. ठगों में मुशरर्फ पुत्र अफसर खां नि. ग्रा. तिलियापुर थाना सीबी गंज जनपद बरेली, आरिफ पुत्र गौस मोहम्मद नि. ग्रा. मोहनपुर ठिरिया थाना कैंट बरेली और राज सिंह गौतम पुत्र जमुना प्रसाद नि. मो. घास मंडी नगरिया चौकी के पास थाना कैंट शामिल हैं. अभियुक्तो के कब्जे व निशादेही पर 13 अदद लग्जरी चार पहिया वाहन, कूटरचित आधार कार्ड आदि बरामद किये गए हैं.
पूछताछ में शातिर ठगों ने बताया कि 'हम लोगों का एक गैंग है. मेरे गैंग में राज सिंह गौतम पुत्र जमुना प्रसाद नि. मो. घास मंडी नगरिया चौकी के पास थाना कैंट बरेली, अकीम शेख पुत्र लईक शेख नि. मो. तिलियापुर थाना सीवी गंज बरेली और ज्ञानदीप सिंह पुत्र राजेश सिंह नि. ग्रा. नगरिया गोपालपुर थाना विथरी चैनपुर बरेली के शामिल हैं. हम सभी लोग गाड़ी मालिकों को अपने भरोसे में लेकर उनको प्रति माह ज्यादा किराये का लालच देकर गाड़ी व उनके आधार कार्ड व एग्रीमेंट कराकर ले लेते हैं. उनके आधार कार्ड पर एडिट करके अपनी फोटो लगाकर गाड़ी मालिक बनकर गाड़ियों को गिरवी रख देते हैं. जो पैसा मिलता है वह हम लोग बराबर हिस्से में बांटकर अपनी रोजी रोटी चलाते हैं. कुछ महीने पहले भी हम सभी लोगों ने बंडा क्षेत्र मे गाड़ियां दी थी. पूछताछ मे यह तथ्य भी प्रकाश मे आये हैं कि यह गिरोह उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों मे भी सक्रिय है.
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