शाहजहांपुर: जिले में 19 दिन से फरार चल रहे राजकीय मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. डॉक्टर पर कोरोना के पीक टाइम में मरीजों को प्राइवेट दवाई बेचकर मोटा मुनाफा कमाने का आरोप लगा है. जिसके चलते तीमारदारों ने डॉक्टर पर 2 एफआईआर दर्ज कराई थी. इस मामले में पुलिस की कई टीमें उनकी तलाश कर रही थी. फिलहाल पुलिस ने डॉक्टर को सीतापुर के बस अड्डे से गिरफ्तार कर लिया है.
क्या है मामला
दरअसल, मेडिकल कॉलेज के सीनियर फिजीशियन डॉ. अनिल पर मरीजों को अपने रिश्तेदार के मेडिकल स्टोर से दवाई लिखने का आरोप लगा था. यह दवाएं 7000 रुपए की लिखी जाती थी, जिस पर डॉक्टर का 6000 रुपए कमीशन होता था. जिस मेडिकल स्टोर से दवाइयां खरीदी गई थी. वह डॉक्टर के रिश्तेदार का था. इलाज के दौरान मरीजों के परिजनों ने दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई थी. तीमारदार रजनीश कुमार ने 11 मई को और शान मियां ने 12 मई को डॉ. अनिल राज उनके बेटे अभिषेक राज और रिश्तेदार रविंद्र भारती जो कि मेडिकल स्टोर संचालक हैं, इन पर मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले में मेडिकल स्टोर मालिक को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. अब पुलिस ने 19 दिन तक फरार चल रहे मुख्य आरोपी डॉ. अनिल राज को सीतापुर के बस स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल आरोपी डॉक्टर को पुलिस ने विधिक कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है.