शाहजहांपुर: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान गबन के मामले में बतौर गवाह गुरुवार को शाहजहांपुर सीजेएम कोर्ट में पेश हुए. आजम खां को कई बार कोर्ट ने नोटिस भेजा था, जिसके बाद भी जब वह अदालत में पेश नहीं हुए तो शाहजहांपुर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने आजम खान के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. इसके बाद कोर्ट में अपनी गवाही देने के लिए आजम खान मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शाहजहांपुर की अदालत में हाजिर हुए.
पेशी के दौरान अजीब बात यह हुई कि जब आजम खान कोर्ट से निकल कर बाहर अपनी गाड़ी के पास जा रहे थे तभी कोर्ट परिसर के गेट नंबर 1 पर सुरक्षाकर्मी ने ताला जड़ दिया, जिस वजह से आजम खान और उनके समर्थक आधे घंटे तक गेट पर खड़े होकर बाहर निकलने का इंतजार करते रहे. आजम खान भी उसी गेट से निकलने को अड़े रहे. लगभग 25 मिनट के इंतजार के बाद गेट खोला गया. तब आजम खान कोर्ट के गेट से बाहर निकल सके. लेकिन, इस दौरान आजम खान की बेबसी साफ नजर आई.
गबन का मामला शाहजहांपुर जिले के थाना कटरा इलाके का है. सन 1995 में आजम खान उत्तर प्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री थे. 28 अप्रैल 1995 को लखनऊ से रामपुर जाते वक्त आजम खान ने अचानक कटरा इलाके में एक सहकारी समिति का औचक निरीक्षण किया था. जहां पर यूरिया खाद के स्टॉक में कमी पाई गई थी. इसको लेकर जांच के बाद थाना कटरा में एफआईआर दर्ज कराई गई थी, जिसमें किसान सेवा सहकारी समिति कटरा के उस समय के प्रबंध निदेशक रामबाबू गुप्ता के विरुद्ध न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की गई थी. मुकदमा वर्तमान में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शाहजहांपुर की अदालत में लंबित है.