शाहजहांपुर:बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 23 साल से नौकरी कर रहे एक शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है. जांच में शिक्षक का हाईस्कूल का अंक पत्र व प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया था, जिसके आधार पर बीएसए ने कार्रवाई की है.
दरअसल, पीलीभीत के ग्राम जैतपुर निवासी जानकी प्रसाद ने 21 नवंबर 1997 में मिर्जापुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय अविचरपुर में अध्यापक के पद पर कार्यभार ग्रहण किया था. पदोन्नति के बाद वह प्रधान अध्यापक बन गए. 15 जुलाई 2010 को उच्च प्राथमिक विद्यालय मिलकिया का कार्यभार ग्रहण किया.
मिर्जापुर ब्लॉक के प्रभु शंकर ने डीएम को जानकी प्रसाद के खिलाफ पत्र दिया था. जिसमें जानकी प्रसाद के प्रमाण पत्र फर्जी होने की शिकायत की. जिसके बाद हाईस्कूल समेत बीटीसी तक के समस्त अंक पत्रों का भौतिक सत्यापन किया गया. जांच में 1976 में निर्गत हाईस्कूल का अंक पत्र व प्रमाण पत्र फर्जी निकला. जिसके बाद बीएसए ने शिक्षक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा. जवाब नहीं मिलने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने फर्जी शिक्षक जानकी प्रसाद को बर्खास्त कर दिया गया है.
बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार का कहना है कि जानकी प्रसाद फर्जी हाईस्कूल के अंक पत्र के आधार पर 23 साल से नौकरी कर रहे थे. सत्यापन में फर्जी दस्तावेज पाए जाने पर जानकी प्रसाद को बर्खास्त किया गया है. साथ ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है, वेतन की रिकवरी के लिए भी कार्रवाई की जा रही है.