शाहजहांपुरः जिले में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली एजेंसी के 750 सिलेंडर लोगों ने अभी तक वापस नहीं किए हैं. ऐसे में एजेंसी मालिक ने लोगों से सिलेंडर वापसी की अपील की है, जिससे इन सिलेंडरों को जरूरतमंदों को दिया जा सके.
ये है पूरा मामला
शाहजहांपुरः जिले में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली एजेंसी के 750 सिलेंडर लोगों ने अभी तक वापस नहीं किए हैं. ऐसे में एजेंसी मालिक ने लोगों से सिलेंडर वापसी की अपील की है, जिससे इन सिलेंडरों को जरूरतमंदों को दिया जा सके.
ये है पूरा मामला
शाहजहांपुर में ऑक्सीजन की सप्लाई नारंग इंटरप्राइजेज नाम की एजेंसी करती है. एजेंसी के पास करीब 2,000 सिलेंडर मौजूद थे, जिनमें से 750 सिलेंडर कॉमर्शियल यूज़ के लिए लिए गए हैं. ये ज्यादातर कबाड़ी वेल्डर और गैस कटिंग के काम में उपयोग के लिए गए थे. इन पर 8,000 रुपए जमानत राशि ली गई थी. प्रदेश में ऑक्सीजन सिलेंडर के कॉमर्शियल उपयोग पर रोक लगी हुई है. बावजूद इसके यह 750 सिलेंडर एजेंसी मालिक को दुकानदारों ने नहीं लौटाए हैं. इसको लेकर एजेंसी मालिक ने सिलेंडर लौटाने की चेतावनी दी है. ऐसा न करने वालों के खिलाफ एजेंसी पुलिस और प्रशासन की कानूनी मदद लेगी.
ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए लगातार लग रही भीड़
आपको बता दें कि शाहजहांपुर में ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग प्राइवेट चिकित्सालयों और होम आइसोलेशन में मरीजों के लिए किया जा रहा है. कोरोना काल से पहले ऑक्सीजन सिलेंडर की जमानत राशि 8000 रुपए थी. जमानत राशि अब बढ़कर 13,500 हो गई है. जिला प्रशासन ने अब घरों पर मरीजों के लिए ले जाने वाले ऑक्सीजन सिलेंडर पर सिटी मजिस्ट्रेट की अनुमति अनिवार्य कर दी है. महामारी के चलते सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर लगातार भीड़ लग रही है. ऐसे में कॉमर्शियल प्रयोग हेतु लिए गए 750 सिलेंडर जरूरतमंद मरीजों के लिए वरदान साबित होंगे. एजेंसी मालिक अभिषेक नारंग का कहना है ऑक्सीजन के 750 सिलेंडर वापस नहीं मिले हैं. इसके साथ ही जो जरूरतमंद लोग मरीज के लिए सिलेंडर ले गए थे, उन सिलेंडरों की भी वापसी नहीं हो पा रही है. ऐसे में ऑक्सीजन के सिलेंडरों की सप्लाई कर पाना चैलेंज बना हुआ है.
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