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शाहजहांपुर के 39 अधिकारी टीबी से ग्रसित दो-दो बच्चों को लेंगे गोद

यूपी के शाहजहांपुर में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भारत को टीबी मुक्त बनाने के अभियान के तहत टीबी ग्रसित दो-दो बच्चों को गोद लेने का फैसला लिया है. इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी उन बच्चों की देखभाल, खानपान का ध्यान और समय पर उन्हें दवाइयां देंगे.

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Published : Jan 2, 2021, 2:16 PM IST

टीबी हारेगा देश जीतेगा.
टीबी हारेगा देश जीतेगा.

शाहजहांपुर: जिला प्रशासन के अधिकारियों ने एक अच्छी पहल की है. जिले को टीबी मुक्त करने के लिए जिले के 39 प्रशासनिक अधिकारी टीबी बीमारी से ग्रस्त दो-दो बच्चों को गोद लेंगे. इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी उन बच्चों की देखभाल, खानपान का ध्यान और समय पर उन्हें दवाइयां देंगे.

जानकारी देते जिलाधिकारी.

जल्द ठीक होंगे बच्चे
प्रधानमंत्री की मुहिम टीबी हारेगा देश जीतेगा और 2025 तक भारत टीबी बीमारी से मुक्त होगा के संकल्प को शाहजहांपुर के प्रशासनिक अधिकारियों ने लक्ष्य मानते हुए एक अच्छी पहल की है. यहां के 39 प्रशासनिक अधिकारियों ने टीबी जैसी भयंकर बीमारी से ग्रसित दो-दो बच्चों को गोद लेने का फैसला किया है. इस दौरान यह सभी अधिकारी गोद लिए हुए बच्चों का ध्यान रखेंगे. उन्हें समय पर दवाई देंगे, बेहतर खानपान की व्यवस्था कराएंगे और उनकी अच्छे से देखभाल करेंगे, जिससे इस बीमारी से ग्रसित बच्चे जल्द ही ठीक होंगे.

इस मामले में जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि जिले में आज से 10 दिवसीय टीबी बीमारी पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है. जिला प्रशासन भी इस मुहिम में शामिल है. यहां 39 प्रशासनिक अधिकारियों ने टीबी बीमारी से ग्रसित दो-दो बच्चों को गोद लेने का फैसला लिया है. प्रशासनिक अधिकारी गोद लिए हुए बच्चों के संपर्क में रहेंगे, उनकी देखभाल करेंगे, उनको समय पर दवाई उपलब्ध कराएंगे. प्रशासनिक अधिकारी गरीब बच्चों को आर्थिक सहायता भी देंगे.

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीबी मुक्त भारत की मुहिम में जिला प्रशासन शामिल है. जिले में टीबी के 0 से 18 उम्र के 303 मरीज हैं तथा 18 से 25 आयु के 480 एक्टिव मरीज हैं. इन सभी मरीजों का बेहतर इलाज किया जाएगा, जिससे शाहजहांपुर जिला टीबी मुक्त हो सके. जिलाधिकारी का यह भी कहना है कि अभी तो प्रशासनिक अधिकारी आगे आए हैं. इसके बाद समाजसेवी और व्यापारियों को आगे लाया जाएगा, जिससे टीबी बीमारी से ग्रसित लोगों को और बेहतर सुविधाएं मिल सकें.

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