भदोही: भारतीय जनता पार्टी के बलिया से बीजेपी सांसद विरेंद्र सिंह मस्त के कथित भड़काऊ बोल को लेकर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने कार्रवाई की मांग की है. पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष किशन शुक्ला ने उनके बयान को आपत्तिजनक, भड़काऊ और उकसाने वाला बताया है. उनके साथ छात्र संघ के पूर्व पदाधिकारियों ने भी इसकी कड़ी निंदा की है.
बताते चलें कि बलिया से बीजेपी सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने 06 सितंबर 2020 को भदोही के चौरी मार्ग स्थित अपने निजी आवास "स्वदेशी आश्रम" में पत्रकार वार्ता कार्यक्रम के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा था कि स्वाभिमान की बात आई तो मैं "स्वयं ठोक दूंगा" का विवादित बयान दिया था. छात्रसंघ ने इसे संसदीय मर्यादा के खिलाफ माना है.
छात्र नेताओं ने कहा कि जनता में भय पैदा करने की नियत से यह बयान दिया गया है. जिसकी हम समस्त छात्र व जनपदवासी घोर निंदा करते हैं. देश व प्रदेश में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व जिला प्रशासन का प्रयास भयमुक्त और अपराध मुक्त समाज बनाना है. वहीं सांसद खुद हथियार उठाने की बात करके पूरी व्यवस्था को ठेंगा दिखाने का काम कर रहे हैं. जिसका जनपद के आम जनमानस में गलत संदेश जा रहा है.
उन्होंने कहा कि, संविधान के पद पर आसीन रहने वाला व्यक्ति संविधान की धज्जियां उड़ाने की बात कर रहा है. कानून बनाने वाला व्यक्ति खुद कानून तोड़ने की बात कह रहा है. सांसद द्वारा इस तरह का बयान देकर जनमानस में भय फैलाने की कोशिश की गई तो पूरे जनपद में नौजवान पुरजोर विरोध करने के लिए बाध्य होंगे.
प्रेषित पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी से निवेदन किया गया है कि ऐसी संकीर्ण मानसिकता विचारधारा सोच वाले व्यक्ति पर कठोर कार्रवाई की जाए. चाहे वह जनप्रतिनिधि ही क्यों ना हो?